उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11 नवनियुक्त शिक्षक शिक्षिकाओं को नियुक्ति पत्र बांटे. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि कई सालों बाद शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया पारदर्शी हो पा रही है. बीते 4 सालों में हमने पारदर्शी तरीके से शिक्षकों के पद भरने का प्रयास किया है.
2017 के पहले नियुक्तियों में बेईमानी और भ्रष्टाचार था. हमने 52-53 महीने में साढ़े 4 लाख सरकारी भर्तियां की. जब हम आए तो तमाम भर्तियां कोर्ट में फंसी थी. पिछले 15-20 साल के सरकारों में आंकड़ों को देखिए इतनी नियुक्ति कभी नहीं हुई. इससे कई गुना ज्यादा निजि क्षेत्र में रोजगार दिया गया है”
सीएम ने कहा कि फरवरी 2018 में जब पीएम से इन्वेस्टर समिट का उद्घाटन कराया था तो वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट लांच किया. ये पहले भी हो सकता था लेकिन पिछली सरकारों में सोच नहीं थी. पिछली सरकारों की मंशा ही नहीं थी कि प्रदेश के युवा को अपने घर, क्षेत्र में ही रोजगार मिले इसीलिए रोजगार के लिए युवा को पलायन करना पड़ता था.