नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श एवं समन्वय के लिए कार्य तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) की 30वीं बैठक बुधवार को नई दिल्ली में आयोजित हुई। इस दौरान भारत और चीन ने लंबित मुद्दों का शीघ्र समाधान खोजने के उद्देश्य से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर मौजूदा स्थिति की समीक्षा की।
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विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) गौरांग लाल दास ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया, जबकि चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा एवं महासागरीय विभाग के महानिदेशक हांग लियांग ने किया।
विदेश मंत्रालय के अनुसार अस्ताना और वियनतियाने में हाल ही में हुई बैठकों में दोनों विदेश मंत्रियों के बीच चर्चा के अलावा, दोनों पक्षों ने लंबित मुद्दों का शीघ्र समाधान खोजने के उद्देश्य से एलएसी पर मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। शांति और सौहार्द की बहाली तथा एलएसी के प्रति सम्मान द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति की बहाली के लिए एक आवश्यक आधार है।
बैठक में दोनों पक्ष दोनों सरकारों के बीच प्रासंगिक द्विपक्षीय समझौतों, प्रोटोकॉल और समझ के अनुसार सीमा क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर शांति और सौहार्द को संयुक्त रूप से बनाए रखने की आवश्यकता पर सहमत हुए। चीनी प्रतिनिधिमंडल के नेता ने विदेश सचिव विक्रम मिसरी से भी मुलाकात की। मंत्रालय के मुताबिक बैठक में गहन, रचनात्मक और दूरदर्शी चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने स्थापित राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से गति बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी