कोरोनावायरस के तेजी से प्रसार और भारत सहित दुनिया भर में इसके मामले खतरनाक स्तर तक पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया और सभी लोगों को घर से काम करने और ‘जनता कर्फ्यू’ में शामिल होने की सलाह दी। इसमें एक सबसे महत्व पूर्ण बात यह रही कि प्रधानमंत्री ने आवश्योक सेवाएं प्रदान करने वाले लोगों जैसे कि डॉक्टपर्स और पुलिसकर्मियों आदि के प्रति आभार व्यसक्त करने पर जोर दिया। जहाँ पूरा राष्ट्र श्री मोदी के साथ ऐसे नायकों का सम्मान करने के लिए खड़ा है, वहीं हमें इस अवसर का उपयोग उन गुमनाम नायकों की प्रशंसा के लिए भी करना चाहिए जो परदे के पीछे रह कर हमारी मदद कर रहे हैं।
मास्की बनाने वाले कारीगर कोरोनोवायरस या कोविड-19 के डर को दूर करने में मानव जाति के उद्धारकर्ता के रूप में उभरे हैं। हाल ही में ‘मेड इन इंडिया’ मास्क बनाने वाले लोगों के कई वीडियोज़ VMate जैसे शॉर्ट वीडियो प्ले टफॉर्म्सा पर वायरल हुए हैं। इस शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म के ट्रेंडिंग पेज पर आप कपड़े के कारखानों और यहां तक कि छोटे वर्कशॉप्सो में थोक में मास्कप की सिलाई करते हुए टेलर्स के वीडियोज़ देख सकते हैं। कुछ ऐसे वीडियो भी हैं जिसे बनाने वाले इस बात की जानकारी दे रहे हैं कि कैसे एक साधारण कपड़े या रूमाल का इस्तेमाल मास्क बनाने के लिए किया जा सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में मास्क और सैनेटाइज़र की बिक्री में लगभग 400% की वृद्धि हुई है, जिससे मांग और आपूर्ति के बीच असमानता पैदा हुई है। लेकिन इन सबके बीच अच्छी बात यह है कि मास्क बनाने वाले कई ऐसे छोटे निर्माता हैं, जो इस संकट को कम करने के लिए दिन-रात काम कर अतिरिक्त प्रयास कर रहे हैं।
मास्कू बनाने वालों के अलावा, VMate पर आप यह भी देख सकते हैं कि कैसे लोग कोरोनोवायरस के बारे में जागरूकता फैला रहे हैं और हंसी-मजाक और आसानी से समझ में आने वाले वीडियोज़ को बनाकर इस खतरे से बचाव के तरीके सुझा रहे हैं। शॉर्ट वीडियो बनाने वाली प्रीति ने क्याब करें और क्याव नहीं करें बताने के लिए नुसरत फतेह अली खान के सदाबहार गीत ‘मेरे रश्के क़मर’ की पैरोडी का इस्तेबमाल किया है। इस पैरोडी के बोल हैं – “सैनेटाइज़र लगाओ अब तुम हाथ में, मास्के पहनो हमेशा तुम मुंह नाम में… कोरोना है ज़हर, बन के छाया है कहर”। इसी तरह पानीपत की कोमल गुगनानी एक लोकप्रिय हैंडवॉश के विज्ञापन के जिंगल का उपयोग करके स्वच्छता का संदेश फैला रही हैं।
प्लेटफॉर्म पर एक और ट्रेंडिंग वीडियो एक ऐसे बच्चे का है जो वायरस की भूमिका में है, और लगातार दो अन्य बच्चों को संक्रमित करने का प्रयास कर रहा है। लेकिन वे हाथ मिलाने के बजाय नमस्ते का सहारा लेते हैं, और खाना खाने से पहले साबुन से हाथ धोते हैं, जिससे वायरस की मौत हो जाती है। पाकिस्ताेन के म्यूुजिक बैंड स्ट्रिंग्सह के ‘दूर’ गीत का प्रतीकात्म क तौर पर उपयोग किया गया है।
वैश्विक महामारी ने सरकारी अधिकारियों और चिकित्सा पेशेवरों के हाथ समान रूप से बांध दिए है। ऐसी परिस्थिति में भलाई से जुड़ी किसी तरह की जानकारी को मनोरंजक तरीके से प्रस्तुनत करना स्वासगत योग्यम है। ग्रामीण भारत के ‘टिकटॉक’ के रूप में चर्चित VMate सहित दुनिया भर के शॉर्ट वीडियो प्लेटफार्म्सा, निश्चित रूप से एक राहत के तौर पर सामने आए है, जो बेहद मुश्किल समय में सांत्वना और सुकून प्रदान करते है।