लखनऊ। पूर्व उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था लगातर प्रगति पर है। आत्मनिर्भर भारत अभियान सफ़लता के साथ आगे बढ़ रहा है। अर्थव्यवस्था जो लगातार सात की जीडीपी वृद्धि दर के साथ प्रगति कर रही है। इस वृद्धि को बढ़ावा देने वाले अनेक कारक हैं. जिसमें तकनीकी उन्नति, एक जीवंत उद्यमी परिवेश और बुनियादी ढांचा विकास शामिल हैं। वह लखनऊ विश्वविद्यालय में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में बोल रहे थे।
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य़ह सेमिनार वाणिज्य विभाग एवं इंडियन अकाउंटिंग एसोसिएशन ने संयुक्त रूप से किया गया। इसका शीर्षक ”सतत् संवृद्धि @ 75: स्वतंत्रता प्राप्ति के 75 वर्षों के उपरांत तृतीय महत्तम अर्थव्यवस्था की ओर भारत के बढ़ते कदम” है।इस अवसर पर मुख्य अतिथि भारी उद्योग मंत्री भारत सरकार, डा महेंद्र नाथ पांडे ने भारत की कर संग्रह में सफलता पर प्रकाश डाला, जिसे पहले देश के रूप में इस उपलब्धि को हासिल करने वाला बना दिया। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय सरकार की प्रभावी कर नीतियों, डिजिटलीकरण और एक मजबूत कानूनी ढांचे को दिया, जो सफलतापूर्वक कर नियम-पालन को बढ़ावा देता है और कर बचत के प्रयासों को रोकता है।
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति एवं संरक्षक प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने अपने भाषण में भारतीय अर्थव्यवस्था के सतत् विकास पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने भारत के लिए एक समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने के लिए आर्थिक वृद्धि, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक समानता के बीच संतुलन बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।
उद्घाटन सत्र की औपचारिक शुरुआत कार्यक्रम के संयोजक एवं वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अवधेश कुमार ने भारतवर्ष सहित बांग्लादेश, ओमान, सिंगापुर, नेपाल, भूटान समेत कई देशों से आए हुए प्रतिनिधियों, कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय, विद्वानों समेत सभी गणमान्य अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया । दो दिवसीय सम्मेलन में देश एवं विदेशो से आए हुए लगभग 500 प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।
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प्रोफेसर अवधेश कुमार उद्घाटन भाषण में, प्रोफेसर कुमार ने भारत के स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के महत्व और राष्ट्र के वैश्विक अर्थव्यवस्था में सकल घरेलू उत्पाद मे योगदान को उजागर किया। प्रोफेसर कुमार ने बताया कि सम्मेलन में प्रथम एवं द्वितीय दिवस मे कुल छह तकनीकी सत्रों का आयोजन किया जाएगा। सम्मलेन के उद्घाटन सत्र मे सम्मलेन की स्मारिका, सम्पादित पुस्तक एवं विभाग के शिक्षको द्वारा लिखित पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। शाम के समय ”तरंग” (गीत और नृत्य धमाल) नामक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विभाग के छात्र-छात्राओं ने अपनी सहभागिता जताई। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं एवं मुख्य अतिथि ने उत्साह के साथ भाग लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
उद्घाटन सत्र मे मुख्य रूप से सम्मेलन के सचिव प्रोफेसर राम मिलन द्वारा धन्यवाद दिया गया, सह संयोजक प्रोफेसर सोमेश कुमार शुक्ला, संयुक्त सचिव डॉक्टर गीतिका टंडन कपूर एवं डॉ सुनीता श्रीवास्तव, डॉ ज्ञान प्रकाश, डॉक्टर आकृति, डॉ प्रशांत, डॉ ऋषि कांत, डॉ चंद्रकांत समेत विभाग के सभी शिक्षकगण, विभाग के सभी छात्र-छात्राएं, उपस्थित रहे।