भारतीय टेलीकॉम खिलाड़ियों का लक्ष्य है कि अगले तीन सालों के दौरान 6जी पेटेंट में 10 फीसदी शेयर को हासिल किया जा सके। शनिवार को एक आधिकारिक बयान में यह बताया गया है कि अगले तीन सालों के दौरान वैश्विक स्टैंडर्ड में छह में से एक हिस्से पर कब्जा किया जाए।
टेलीकॉम उद्योग ने की बैठक
टेलीकॉम उद्योग के खिलाड़ियों ने एक सिस्टम के तहत एक प्रस्ताव पर रिसर्च अलाइन की गई है। इसमें वाइब्रेंट और स्टैंडर्ड कम्यूनिटी प्रस्ताव को शनिवार को दूसरी बैठक में एसएसी यानी स्टैकहोल्डर्स एडवाइजरी कमिटी ने लिया है। टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर यानी टीएसपी जो कि केंद्रीय टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में शुक्रवार को हुई थी।
वैश्विक स्तर पर रखा गया यह टारगेट
टेलीकॉम उद्योग के लीडर्स ने यह लक्ष्य रखा है कि ग्लोबल स्तर पर 6जी के सभी पेटेंट में 10 फीसदी हिस्सेदारी आने वाले तीन सालों के दौरान हासिल की जाए। टेलीकॉम ऑपरेटर्स पहली एसएसी में अपने बयान में कहा है कि हमने कुछ एरिया की पहचान की है। अंतर्राष्ट्रीय और भारत के हिसाब से शेयर को स्टैंडर्ड एसेंशनल पेटेंट यानी एसईपी और कनेक्टिविटी में आ रहे गैप की भी पहचान की है। इसके साथ ही टेलीकॉम सर्विस की गुणवत्ता जैसे विषयों के बारे में बैठक में चर्चा की गई।
इन विषयों पर भी चर्चा
यह भी बताया गया कि कुछ पहल को शुरू किया जा चुका है। इसमें भारत 6जी विजन और भारत 6जी अलांयस का लॉन्च शामिल है। इसके साथ ही पेटेंट और आईपीआर सपोर्ट फ्रेमवर्क और टेस्टबड्स कमिशनिंग आदि शामिल है। भारत को वैश्वक स्तर के छठे हिस्से को अपने पास लाना है।
एसएसी ने प्रस्ताव रखते हुए अगले तीन साल का रोडमैप रखा। इसके साथ ही आधिकारिक बयान में कहा कि भारत एक गहरा टेक लीडर बन सकता है। भारत वायरलाइन और इंटेलीजेंस वायरलैस ब्रॉडबैंड नेटवर्क में आगे आ सकता है। ऐसे में मंत्री सिंधिया ने एसएसी सदस्यों से इस मुश्किल रास्ते के बारे में पूछा और इस संबंध में अलग-अलग स्टैगहोल्डर्स से चर्च की। आधिकारिक बयान में कहा गया कि देश के सभी नागरिकों को बेहतर टेलीकॉम सर्विस मिले।
इन सदस्यों ने लिया बैठक में हिस्सा
रिलायंस जियो मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज पवार, वोडाफोन आइडिया सीईओ अक्षय मूंडरा, बीएसएनल चैयरमेन मैनेजिंग डायरेक्टर रॉबर्ट जे रवि, तेजस नेटवर्क के बोर्ड डायरेक्टर चैयरमेन, एनजी सुबरामणयम और उद्योग सीओएआई डायरेक्टर जनरल एसपी कोचर ने इस बैठक में भाग लिया। टेलीकॉम ऑपरेटर्स निवेशकों के जरिए ब्रॉडबैंड नेटवर्क में देश भर 100 फीसदी कवरेज करना चाहते हैं।