लखनऊ विश्वविद्यालय के इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मास्यूटिकल साइंसेज ने एमिनेंट लेक्चर सीरीज क्रम में नवां लेक्चर प्रोफेसर ब्रह्मेश्वर मिश्रा, प्रोफेसर, डिपार्टमेंट ऑफ़ फार्मास्यूटिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी का आयोजित कराया।
एमिनेंट स्पीकर प्रोफेसर ब्रह्मेश्वर मिश्रा ने को-बायोवैलीबिलिटी एवं फार्माकोकाईनेटिक्स पर जानकारी दी तथा विभिन्न पहलुओं की महत्वता तथा उसके उपयोग पर व्याख्यान दिया। उन्होंने समझाया की यदपि मानव शरीर में रक्त की मात्रा सिर्फ 5 लीटर होती है परन्तु Vd औसतन 42 लीटर तक हो सकता है। यह तथ्य ड्रग थेरेपी में उपयोग होता है और इसी आधार पर ड्रग का सूत्रीकरण होता है।
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इसी प्रकार दर्द राहत में उपयोगी डिक्लोफिनॉक की खुराक 50 mg है परन्तु उपयोगी मात्रा खुराक की सिर्फ 1% हिस्सा है। इस अवसर पर प्रोफेसर एके सिंह, डीन, फैकल्टी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी ने एमिनेंट स्पीकर का स्वागत किया। निदेशक इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मास्यूटिकल साइंसेज प्रोफेसर पुष्पेंद्र कुमार त्रिपाठी ने प्रोफेसर ए के सिंह का स्वागत किया।
इस व्याख्यान के माध्यम से प्रोफेसर बी मिश्रा ने बयोफार्मासुटिक्स के अन्य मूलभूत नियमों पर भी विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर ऐकेटीयु, सीडीआरआई, महर्षि यूनिवर्सिटी के परास्नातक के छात्र, पी एच डी स्कॉलर्स, फैकल्टी तथा इंस्टिट्यूट की फैकल्टी एवं बी फार्म छात्र उपस्थित रहे। इंस्टिट्यूट के निदेशक प्रोफेसर त्रिपाठी ने स्पीकर का सम्मान किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान से हुआ।