कौन थीं फ्लोरेंस नाइटिंगेल?
फ्लोरेंस को लेडी विद द लैंप कहा जाता है। उन्हीं के जन्म दिन पर प्रति वर्ष 12 मई को अंर्तराष्ट्रीय नर्सेज दिवस मनाया जाता है।
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Thursday, May 12, 2022
बिधूना। नगर में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में गुरूवार को सीएचसी अधीक्षक की मौजूदगी में विश्व की पहली नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिन पर केक काटकर अंर्तराष्ट्रीय नर्सेज डे मनाया गया। इस मौके पर सभी नर्सेज ने एक-दूसरे को बधाई दी साथ ही मरीजों को फल वितरित किये गये।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिधूना में गुरूवार को विó की पहली नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगल के जन्म दिवस पर डाक्टर पूजा वर्मा ने सभी नर्सेज की हौसला अफजाई करने के लिए केक मंगवाकर उसे कटवाकर सभी को शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर सिद्धार्थ वर्मा ने सभी नर्सेज को विश्व नर्सेज दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा पूरे विश्व में कोरोना जैसी महा आपदा में नर्सेज ने अपने फर्ज का हक अदा कर दिया। उन्होंने चिकित्सकों के कदम से कदम मिला कर कोविड मरीजो की सेवा की।
नर्स मेंटोर पदम सिंह ने कहा नर्सेज दिवस पर हम सभी नर्सेज शपथ लेते है कि अपना कार्य पूर्ण ईमानदारी और लगन से करेगे। विश्व में आज सब यह बात मान चुके हैं कि नर्सों ने करोना काल में अपनी जान की परवाह ना करते हुये मरीजो की सेवा की। इस मौके पर डाक्टर प्रेमा यादव, डाक्टर निधि, नर्स मेंटोर पदम सिंह, स्टाफ नर्स हेमलता, विजय लक्ष्मी, ज्योती, अनुपम, प्रियाशी परिहार आदि मौजूद रहीं। कार्यक्रम के अंत में सभी नर्सेज ने मरीजों को फल वितरित किये।
कौन थीं फ्लोरेंस नाइटिंगेल?
फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म 12 मई 1820 को विला कोलाम्बिया फ्लोरेंस इटली में ब्रिटिस परिवार में हुआ था। इनका परिवार 1821 में यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) में लौट गया था। फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने नर्सिंग को मानव सेवा के साथ जोड़कर नर्सिंग को एक नई पहचान दी। फ्लोरेंस को लेडी विद द लैंप कहा जाता है। उन्हीं के जन्म दिन पर प्रति वर्ष 12 मई को अंर्तराष्ट्रीय नर्सेज दिवस मनाया जाता है। नर्सिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को उन्हीं के नाम से नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
रिपोर्ट – अनुपमा सेंगर