अब ISRO लोगों के लिए छुट्टी मनाने के लिए नये ठिकाने को बनाने में लगा है। जिससे लोगों को अब चांद पर घूमने जाने का मौका मिलेगा। इसके लिए इसरो ने चांद पर घर बनाने की योजना बनाई है। जहां पर लोग रूक सकेंगे और घूम फिर सकेंगे।
- अभी तक लोग देश-विदेश में घूमते थे और मनोरम दृश्यों का आनंद लेते थे।
- लेकिन अब इसरो लोगों को चांद पर भी घूमने की इच्छा पूरी करेगा।
घर बनाने में ISRO चांद की मिट्टी के साथ मिलायेगा अन्य पदार्थ
भारतीय अंतरिक्ष रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) चांद पर घर बनाएगा। जहां पर आप जाकर रूक सकेंगे। घर बनाने के लिए ISRO चांद की ही मिट्टी के साथ अन्य पदार्थों को मिलायेगा। जिससे चांद पर इग्लू (बर्फ के घर) जैसे घर बनाने का काम शुरू किया जा सकेगा। इसके लिए 3D प्रिंटर और रोबोट को चांद पर भेजा जाएगा।
- ISRO सैटेलाइट सेंटर के डायरेक्टर एम. अन्नादुरै ने इग्लू की तुलना अंटार्कटिका में बने भारतीय चौकियों से की है।
- उन्होंने बताया कि हम चांद पर ठीक उसी तरह के घर बनाने की प्लानिंग कर रहे हैं।
- जैसा कि अंटार्कटिका में भारतीय चौकियों को बनाया गया है।
- उस मिट्टी के गुण अपोलो मिशन के तहत लाए गए चांद की मिट्टी से 99.6% मिलते हैं।
भारत और अमेरिका के साथ कई देश कर रहे तैयारी
घर बनाने के लिए भारत और अमेरिका के साथ ही कई देश इसकी तैयारी में हैं। घर बनाने के लिए वैज्ञानिकों ने पांच तरह से डिजायन तैयार किए हैं।
- जिससे जल्द ही चांद पर अंटार्कटिका जैसी चौकी बनाने के काम की शुरुआत होने की उम्मीद है।
- इस मिशन में लगे भारत और अमेरिका के साथ अन्य देश इस प्रयास में हैं कि चांद पर ज्यादा दिनों तक टिकने वाला घर बनाया जा सके।