बच्चों के लिए ’हैरिटेज टूरिस्ट स्पेशल कोच’ के साथ ट्रेन का संचालन किया गया
लखनऊ (दया शोकर चौधरी)। कार्यकारी निदेशक (हैरिटेज), रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली आशिमा मेहरोत्रा (Executive Director Heritage, Railway Board, New Delhi Ashima Mehrotra) एवं निदेशक नेशनल रेल म्यूज़ियम नई दिल्ली दिनेश गोयल (Director National Rail Museum, New Delhi Dinesh Goyal) की उपस्थिति में पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल (Northeast Railway Lucknow Division) के मैलानी जंक्शन (Mailani Junction) पर ’स्टेशन महोत्सव’ (Station Mahotsav) का आयोजन किया गया। इसके पश्चात ’हैरिटेज रन’ हेतु मैलानी-दुधवा स्टेशनों के मध्य स्कूली बच्चों के लिए प्राकृतिक वन क्षेत्र के मध्य भ्रमण के उद्देश्य से ’हैरिटेज टूरिस्ट स्पेशल कोच’ (Heritage Tourist Special Coach) के साथ ट्रेन का संचालन किया गया। मैलानी-नानपारा मीटरगेज 171 किलोमीटर रेल खण्ड पर 13 स्टेशन एवं 03 हाल्ट स्टेशन उपलब्ध है। इस मीटरगेज प्रखण्ड पर पुराने 52 माइनर ब्रिज एवं 19 मेजर ब्रिज कार्यशील हैं।
उक्त कार्यक्रम का आयोजन रेलवे की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करने के साथ-साथ क्षेत्रिय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किया गया था। इससे पूर्व आयोजित कार्यक्रम में मंडल वाणिज्य प्रबंधक रिकिता द्वारा मुख्य अतिथि आशिमा मल्होत्रा को पौधा भेंट किया गया। इसके पश्चात स्थानीय थारू जनजातीय कलाकारों द्वारा थारू नृत्य प्रस्तुत किया गया।
आशिमा मल्होत्रा ने बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, पशु प्रेमियों और प्रेस मीडिया प्रतिनिधियों के आपसी सहयोग से छोटी लाइन पर संचालित होने वाली विस्टाडोम सवारी गाड़ी में अधिक से अधिक लोगों को आकर्षित करने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहें हैं। क्योंकि सामुदायिक भागीदारी और जागरूकता के जरिए इस अनूठी रेल सेवा को लोकप्रिय बनाने की जरूरत है, ताकि लोग इसकी सैर का आनंद ले सकें और यह क्षेत्र की विरासत को भी बढ़ावा दे सके। इस अवसर पर मंडल वाणिज्य प्रबंधक रिकिता द्वारा कीर्ति माहेश्वरी अध्यक्ष नगर पंचायत मैलानी को पौधा भेंट किया गया तथा अध्यक्ष नगर पंचायत कीर्ति माहेश्वरी द्वारा मैलानी जंक्शन पर आए हुए मुख्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
19वीं शताब्दी के आखिरी दशक में मैलानी जंक्शन
मैलानी जंक्शन रेलवे स्टेशन को ब्रिटिश कालीन भारत में, रेलवे नेटवर्क के विस्तार श्रृंखला के अन्तर्गत मीटर गेज लाइन पर स्थापित किया गया था, जो लखनऊ, सीतापुर, और पीलीभीत जैसे महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ता था। उस समय मैलानी एक छोटा कस्बा था, लेकिन रेलवे के आगमन ने इसे धीरे-धीरे एक महत्वपूर्ण केंद्र में बदल दिया। यह स्टेशन लखीमपुर और आसपास के ग्रामीण इलाकों के लिए परिवहन का प्रमुख साधन बन गया, जिससे स्थानीय व्यापार और लोगों की आवाजाही में काफी सुविधा हुई। प्रारंभ में यह मीटर गेज रेलवे लाइन छोटे शहरों और कस्बों को मुख्य रेलवे नेटवर्क से जोड़ने का माध्यम थी। रेलवे के आधुनिकीकरण के तहत मैलानी-लखीमपुर खंड को ब्रॉडगेज में परिवर्तित करने का निर्णय लिया गया।
सीतापुर-मैलानी खण्ड के आमान परिवर्तन के लिये दिनांक 15 अक्टूबर, 2016 से इस मीटर गेज खण्ड पर गाड़ियों का संचलन बंद किया गया था। 14 फरवरी 2020 को 61 किलोमीटर लखीमपुर-मैलानी ब्रॉड गेज सेक्शन का उद्घाटन हुआ, जिसके बाद इस स्टेशन का महत्व और अधिक बढ़ गया। इस परिवर्तन से ट्रेनों की गति और क्षमता में वृद्धि हुई, और मैलानी जंक्शन देश के बड़े शहरों से बेहतर ढंग से जुड़ गया। आपको बता दें कि रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, भारत सरकार, अश्विनी वैष्णव ने 06 जनवरी 2022 को गोमतीनगर स्टेशन, लखनऊ में आयोजित एक समारोह में मैलानी-बिछिया सवारी गाड़ी का शुभारंभ हरी झंडी दिखाकर किया था। यह मीटर गेज टूरिस्ट स्पेशल कोच की सेवा विशेष रूप से पर्यटकों के लिए शुरू की गई, जो मैलानी से बिछिया के बीच प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण जंगल क्षेत्र और मनोरम दृश्यों का आनंद लेने का अवसर प्रदान करती है। इस ट्रेन के पारदर्शी शीशे वाले वातानुकूलित कोच यात्रियों को प्रकृति के करीब ले जाते हैं। प्रत्येक कोच में 60 यात्रियों के लिए आरामदायक बैठने की व्यवस्था के साथ-साथ स्वच्छ टॉयलेट सुविधा भी उपलब्ध है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य रेलवे की वाणिज्यिक गतिविधियों को बढ़ाना और पर्यटन क्षेत्र को प्रोत्साहित करना था, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को विशेष बल मिले।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत लगभग 18 करोड़ रुपये की लागत से सुसज्जित किया गया
भारत सरकार की महत्वाकांक्षी अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत लगभग 18 करोड़ रुपये की लागत से मैलानी जं0 स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। इस योजना के अंतर्गत स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार और सर्कुलेटिंग एरिया का विकास, प्लेटफॉर्म सतह का उन्नतीकरण, स्टेशन फसाड का सौंदर्यीकरण, और उन्नत प्रकाश व्यवस्था की स्थापना की गई है। इसके साथ ही, स्थानीय कला और संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए स्टेशन पर सौंदर्यीकरण कार्य किया गया है। यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए कोच गाइडेंस सिस्टम, ट्रेन डिस्प्ले बोर्ड, डिजिटल घड़ियाँ, यात्री उद्घोषणा प्रणाली, सोलर प्लांट, वाटर कूलर, एयर कंडीशनर, और आधुनिक शौचालयों का निर्माण किया गया है। स्टेशन पर विभिन्न यात्री सुविधाओं से संबंधित ग्लोसाइन बोर्ड (साइनएज), एलईडी स्टेशन नाम पट्टिकाएँ और प्रतीक्षालयों का आधुनिकीकरण भी शामिल है।
उत्तर रेलवे निर्माण विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में दर्ज की उल्लेखनीय प्रगति
वर्तमान में मैलानी जंक्शन पर अधिकांश विकास कार्य पूर्ण हो चुके हैं, जिनमें कवर ओवर प्लेटफॉर्म (सीओपी), वेटिंग रूम का नवीनीकरण, शौचालयों का आधुनिकीकरण, प्लेटफॉर्म सतह पर ग्रेनाइट का उपयोग, स्टेशन बिल्डिंग की छत का नवीनीकरण, सर्कुलेटिंग रोड और ड्रेन का निर्माण, फसाड कार्य, पोर्च का निर्माण, डिजाइन पेंटिंग, और पाथवे का कार्य शामिल हैं। ये सभी सुधार यात्री अनुभव को बेहतर बनाने और स्टेशन को एक आधुनिक और सुविधाजनक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में उठाए गए कदम हैं। यह स्टेशन महोत्सव का आयोजन न केवल रेलवे की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को पहचान के साथ-साथ बच्चों और पर्यटकों को प्रकृति के साथ जुड़ने का एक अनूठा अवसर भी प्रदान करेगा। यह प्रयास रेलवे के पर्यटन और यात्री-केंद्रित विकास के संकल्प को दर्शाता है। यह मण्डल धर्म, अध्यात्म, पर्यटन व ऐतिहासिक दृष्टि से समृद्ध क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करता है।
इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर/समन्वय सत्यप्रकाश श्रीवास्तव, वरिष्ठ मण्डल यॉत्रिक इंजीनियर/फ्रेट राहुल पाण्डेय, वरिष्ठ मण्डल यॉत्रिक इंजीनियर/ईएनएचएम रोहित त्रिपाठी , वरिष्ठ मण्डल सामग्री प्रबन्धक अंकित सचान, मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक रिकिता, मंडल यांत्रिक इंजीनियर हिमांशु रंजन वर्मा, जनसम्पर्क अधिकारी महेश गुप्ता, सीडीओ/ऐशबाग प्रदीप सिंह तथा बड़ी संख्या में रेल कर्मचारी तथा स्कूली व स्काउट एवं गाइड के बच्चे उपस्थित थे।