वाशिंगटन। विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर का रविवार को छह दिवसीय अमेरिका दौरा संपन्न हुआ। इस दौरान जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की और भारत-अमेरिका साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की। विदेश मंत्री ने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन से भी मुलाकात की, जिस दौरान दोनों के बीच क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर उपयोगी चर्चा हुई।
जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जानकारी साझा करते हुए लिखा वाशिंगटन डीसी में एंटनी ब्लिंकन से मिलकर बहुत खुशी हुई। पिछले चार वर्षों में भारत-अमेरिका साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की। इस बात पर सहमति हुई कि कई क्षेत्रों में हमारा सहयोग मजबूत हुआ है, साथ ही हमारे सहजता स्तर में भी वृद्धि हुई है। मुझे विश्वास है कि भारत-अमेरिका संबंध हमारे आपसी हितों के साथ-साथ वैश्विक भलाई के लिए भी काम करेंगे।
अपनी इस यात्रा के दौरान, विदेश मंत्री ने अमेरिका में भारत के महावाणिज्य दूतावासों के दो दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता की और विश्वास जताया कि इस विचार-विमर्श से दोनों देशों के बीच साझेदारी के निरंतर विकास में तेजी आएगी। जयशंकर ने सम्मेलन के बाद एक एक्स पोस्ट में लिखा वाशिंगटन डीसी स्थित भारतीय दूतावास की टीम और न्यूयॉर्क, शिकागो, सैन फ्रांसिस्को, सिएटल, ह्यूस्टन और अटलांटा में स्थित हमारे महावाणिज्यदूतों के साथ एक उत्पादक (प्रोडक्टिव) दिन।
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प्रौद्योगिकी, व्यापार और निवेश पर ध्यान केंद्रित करते हुए साझेदारी को गहरा करने के अवसरों पर चर्चा की। साथ ही यूएसए में भारतीय समुदाय की बेहतर सेवा करने पर विचार साझा किए।
अमेरिका और भारत के बीच उच्च स्तरीय वार्ता लगातार जारी है। जयशंकर का यह दौरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सितंबर में अमेरिका यात्रा और चौथे क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद हुआ है। विदेश मंत्री की यह यात्रा ऐसे समय में हुई है, जब कुछ दिनों बाद डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करेंगे। माना जा रहा है कि इस दौरे से भारत और अमेरिका के संबंध और मजबूत होंगे।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी