मध्य प्रदेश की राजनीति में सियासी उठापटक शुरू हो गई है। कांग्रेस ने बीजेपी पर उनके आठ विधायकों को हरियाणा के एक होटल में बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाया है। मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह और रामपाल सिंह सहित अन्य बीजेपी नेता साजिश के तहत हरियाणा के एक होटल में आठ विधायकों को जबरन ले गए।
जीतू पटवारी ने कहा, ‘विधायकों ने हमें बताया कि वे बीजेपी नेताओं द्वारा जबरन बंधक बनाए गए थे।’ उन्होंने कहा कि हम विधायकों को वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं। उनमें से चार वापस आ भी गए हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया कि हालात नियंत्रण में हैं। विधायक वापस आएंगे। कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक, जिन आठ विधायकों को हरियाणा ले जाया गया है, उनमें से चार कांग्रेस के हैं, एक निर्दलीय है जबकि बाकी सभी बसपा और सपा के हैं।
राज्य में सियासी बवाल के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि कि बीजेपी के रामपाल सिंह, नरोत्तम मिश्रा, अरविंद भदौरिया, संजय पाठक होटल में बंधक बनाए गए विधायकों को पैसे देने जा रहे थे। उन्होंने कहा, ‘अगर कोई छापा पड़ा होता, तो वे पकड़े जाते… हमें लगता है कि 10-11 विधायक थे, केवल 4 अब ही अब उनके साथ हैं, वे भी हमारे पास वापस आ जाएंगे।’
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, ‘जब हमें पता चला, तो जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह वहां गए। जिन लोगों के साथ हमारा संपर्क हो सका था, वे हमारे पास वापस आने के लिए तैयार थे। हम बिसाहूलाल सिंह और रमाबाई के संपर्क में थे। रमाबाई वापस आ गईं हैं, तब भी जब भाजपा ने उन्हें रोकने की कोशिश की।’
इससे पहले दिग्विजय सिंह ने सोमवार को बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया था कि वह एमपी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। इसके तहत बीजेपी कांग्रेस के कई विधायकों को काफी पैसे देने की पेशकश कर रही है। इसपर पलटवार करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता पर गलत बयान देने का आरोप लगाया था। बीजेपी के विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा था कि लोग कांग्रेस के दिग्गज नेता को गंभीरता से नहीं लेते हैं।