अनिल अंबानी को मुसीबत से बचाने के लिए एक बार फिर से बड़े भाई मुकेश अंबानी सामने आए हैं। देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबनी अपने छोटे भाई अनिल अंबानी की दिवालिया हो चुकी रिलायंस कंयूनिकेशन को खरीदने जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार एसबीआई ने आरकॉम के रेज्यूल्यूशन प्लान को मंजूरी दे दी है।
बैंकों को उम्मीद है कि इस प्लान से बैंकों 23 हजार करोड़ रुपए मिल जाएंगे। आपको बता दें कि आरकॉम पर करीब 82 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। मुकेश अंबानी 500 करोड़ रुपए देकर पहले अनिल अंबानी को जेल जाने से भी बचा चुके हैं।
मामले से जुड़े जानकारों का कहना है कि एसबीआई बोर्ड ने आरकॉम के रिजॉल्यूशन प्लान को मंजूरी दे दी है। रिजॉल्यूशन प्लान को लेकर कमिटी ऑफ क्रेडिटर्स की बैठक का आज आखिरी दिन है। आरकॉम पर सिक्यॉर्ड कर्ज 33000 करोड़ का है और लेंडर्स ने 49000 करोड़ का दावा किया है।
पिछले दिनों आरकॉम ने अपना असेट बेचकर कर्ज चुकाने की कोशिश की थी। इसके लिए अनिल अंबानी ने रिलायंस जियो से भी संपर्क किया था, जिसके मालिक मुकेश अंबानी हैं। हालांकि यह डील कई वजहों से नहीं हो पाई। जियो ने आरकॉम के असेट को खरीदने से मना कर दिया था।
जियो का कहना था कि वह नहीं चाहती है कि उसे आरकॉम के भारी भरकम कर्ज का बोझ भी उठाना पड़े। बाद में स्वीडिश टेलिकॉम कंपनी एरिक्शन ने इन्सॉल्वेंसी के लिए अपील दायर की और इस प्रक्रिया की शुरुआत हुई।
अब मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने आरकॉम की टॉवर और फाइबर बिजनस (रिलायंस इंफ्राटेल) को खरीदने के लिए 4700 करोड़ रुपये की ऑफर की है। यूवी असेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी (UVARC) ने आरकॉम और रिलायंस टेलकॉम के असेट के लिए 14700 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। आरकॉम को 4300 करोड़ का बकाया इंडियन और चाइनीज क्रेडिटर्स को प्राथमिकता के आधार पर चुकाना है।