लखनऊ। कमलेश तिवारी Kamlesh Tiwari हत्या कांड में नया खुलासा हुआ है, राजधानी लखनऊ में कैसरबाग स्थित एक होटल से संदिग्ध सामान बरामद हुआ है। कमरे से भगवा कपड़े मिले हैं। बरामद कपड़ों पर खून के निशान भी मिले हैं। पुलिस ने संदिग्ध सामान को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
दरअसल, शनिवार रात को जांच में जुटी पुलिस टीम को सूचना मिली कि लखनऊ के पश्चिम क्षेत्र अंतर्गत होटल खालसा इन के कमरे में कुछ भगवा कपड़े और बैग पड़ा है। इस सूचना पर लखनऊ पुलिस मौके पर पहुंची और मौके पर फील्ड यूनिट को बुलाकर सबूत जमा किए गए। उच्च अधिकारियों द्वारा भी मौका मुआयना किया गया है।
जांच में सामने आया है कि लखनऊ के होटल खालसा में संदिग्ध शेख अशफाक और पठान मोइनुद्दीन अहमद के नाम की आईडी से बुक किए गए थे। ये दोनों होटल के कमरा नम्बर G-103 में रुके थे। 17 अक्तूबर की रात 11:08 मिनट पर होटल आए। 18 अक्तूबर को सुबह 10:38 पर चले गए। इसके बाद फिर एक बजकर 21 मिनट पर वापस आए। एक बजकर 37 मिनट पर फिर से वापस चले गए।
पुलिस को होटल के कमरे की अलमारी में बैग, लोअर, लाल रंग का कुर्ता मिला है। बेड पर भगवा कुर्ता मिला। जिसमें खून के धब्बे हैं। इसके अलावा खून का धब्बे लगा एक तौलिया भी मिला है। जांच में सामने आया है कि उद्योगनगरी एक्सप्रेस से दोनों हत्यारे कानपुर पहुंचे थे। इसके बाद दोनों हत्यारे लखनऊ पहुंचे। पुलिस ने प्रेस रिलीज में खुलासा किया है।
आपको बता दें कि शुक्रवार को लखनऊ में नाका के खुर्शीदबाग की तंग गलियों में रहने वाले हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी (50) की दो बदमाशों ने बेरहमी से हत्या कर दी। दोनों बदमाश मिठाई के डिब्बे में पिस्टल व चाकू छिपाकर कमलेश के घर की पहली मंजिल पर स्थित दफ्तर पहुंचे। वहां उन्होंने पहले उनकी गर्दन पर गोली मारी। फिर चाकू से ताबड़तोड़ वार करने के बाद गला रेत दिया। हत्या की वारदात से अफसरों में हड़कंप मच गया। हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं में उबाल आ गया। हजारों लोग सड़क पर निकल आए और अमीनाबाद का बाजार बंद कराकर पुलिस-प्रशासन व सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे।
कमलेश तिवारी हत्याकांड का यूपी पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा कर दिया। पुलिस ने घटना में शामिल तीन लोगों को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया है। वहीं, बिजनौर से षड्यंत्र में शामिल मौलाना अनवारुल हक और मौलाना नईम कासनी को हिरासत में लिया गया है। DGP ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि घटनास्थल से जांच के दौरान मिले मिठाई के डिब्बे से अहम सुराग मिले और गुजरात पुलिस की मदद से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
डीजीपी ने बताया कि इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता रशीद पठान, कमलेश के कत्ल को वाजिब बताने वाला मौलाना मोहसिन शेख और 16 अक्तूबर को मिठाई खरीदने वाले फैजान युनुस को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या करने वाले दो युवकों को गिरफ्तार करने के लिए अलग अलग टीमें बनाई गई हैं।
उन्होंने बताया कि कमलेश की हत्या 2015 पैगंबर साहब को लेकर दिए गए विवादित बयान की वजह से की गई है। इस घटना को अंजाम देने का प्लान रशीद पठान ने बनाया। इसके लिए मोहसिन ने 2015 में कमलेश द्वारा दिए गए विवादित बयान को दिखा कर प्रेरित किया। फैजान ने वह मिठाई खरीदी थी, जिसे लेकर हत्यारे लखनऊ आए थे। पुलिस इस मामले में और छानबीन कर रही है।