अयोध्या। विवादित ढांचा ढहाने वाले कारसेवकों का एक जत्था रामलला (Ramlala) के दर्शन करने के लिए मंगलवार को लिए गया। 6 दिसंबर 1992 में कारसेवा (Karsevaks) करने वाले शिवसेना नेता संतोष दुबे के आवास जमुनिया बाग से सैकड़ों कारसेवक रामलला के दर्शन के लिए दोपहर में में रवाना हुए।
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शिवसेना नेता के आवास पर हवन पूजन के बाद राम भक्तों का जत्था दर्शन के लिए निकला। वैदिक आचार्यों ने हवन पूजन कराने के बाद जत्थे को रवाना किया। शिवसेना नेता ने कहा कि राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद कारसेवकों का सपना पूरा हुआ है।सभी ने रामलला के दर्शन किए।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह