• उपमुख्यमंत्री ने समूह को की दीदियों को वितरित किए टैबलेट।
• महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन, मोदी की गारंटी है।
• आधी आबादी को पूरा अधिकार -डबल इंजन सरकार
• महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार बेहद संवेदनशील
लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आज इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित भव्य कार्यक्रम में
वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत टीएचआर परियोजना में कार्यरत समस्त महिलाओं एवं “वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के द्वारा तैयार ऐप आधारित ट्रेनिंग माड्यूल के साथ टैब वितरण” कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा विभिन्न उत्पादों के बारे में महिलाओं से जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने टीएचआर परियोजना में कार्यरत समस्त महिलाओं को “वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के द्वारा तैयार ऐप आधारित ट्रेनिंग माड्यूल के साथ टैब वितरण” कार्यक्रम में ग्रामीण महिलाओं को टेबलेट वितरित कर शुभकामनाएं दी।
दीदियों को प्रशस्ति पत्र वितरित कर उनका उत्साहवर्धन किया। और अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री ने इस वर्ष के अंतरिम बजट में हमने 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है। उत्तर प्रदेश अपने लक्ष्यों को ओर निरन्तर अग्रसर है। सरकार द्वारा ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना भी शुरू की है।
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योजना के तहत बहनों को ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग की शुरुआत हो गई है। ये ड्रोन खेती करने के काम आएंगे और इससे बहनों को अतिरिक्त कमाई होगी। साथ ही खेती के उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि महिलाओं कीसुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन मोदी की गारंटी है। डबल इंजन सरकार द्वारा आधी आबादी को पूरा अधिकार दिया जा रहा है। महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार बेहद संवेदनशील है। महिलाओं को और अधिक सबल व सक्षम बनाने के लिए नये संसद भवन में सबसे पहले नारी शक्ति वन्दन अधिनियम को मंजूरी दी गई है।
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इस अवसर पर बताया गया कि टेक होम राशन अंतर्गत प्रदेश सरकार की समग्र समावेशी विकास एवं प्रेरणा शक्ति से प्रदेश में नए नवाचार के माध्यम से महिला स्वयं सहायता समूहों को परम्परावादी प्रोडक्शन सम्बंधित कार्यों से वर्तमान में सेवा क्षेत्र की मांग के अनुरूप पुष्टाहार निर्माण इकाई के माध्यम से सेवारत किया गया है।
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2020-21 में विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के द्वारा फतेहपुर एंव उन्नाव में 2 पायलट टीएचआर (THR) कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
तीन साल पहले शुरू हुआ पायलट टीएचआर कार्यक्रम अब 43 जिलों में शुरू हो गया है, जिसमें 204 इकाइयां वर्तमान में 1 लाख 8 हजार से अधिक आंगनवाड़ी केंद्रों में टीएचआर के उत्पादन और वितरण में लगी हुई हैं।
जो 1 करोड़ 20 लाख लाभार्थियों तक पहुंच रही हैं, जिनमें मूल रूप से गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं शामिल हैं, आकांक्षी जिलों की किशोरियों के अलावा 6 महीने से 6 साल की उम्र के बच्चे और गंभीर रूप से कुपोषित बच्चे को लाभ प्राप्त हो रहा है।
इस अवसर पर कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर ग्राम्य विकास आयुक्त जीएस प्रियदर्शी, मिशन निदेशक ग्रामीण आजीविका मिशन दीपा रंजन सहित अन्य अधिकारी व भारी संख्या में समूह की महिलाएं मौजूद रही।