पंजाब वारिस डे प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए घेराबंदी कर दी है। भगौड़ा घोषित हो चुके अमृतपाल के खिलाफ पुलिस के तेज होते ऐक्शन से उसके पिता तरसेम सिंह घबरा गए हैं।
उन्होंने चिंता जताई कि उसे कुछ हो सकता है। साथ ही पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके बेटे को तब क्यों नहीं गिरफ्तार कर लिया गया, जब वो घर पर था। पुलिस टीम ने उनके घर तीन से चार घंटे तलाशी की और उन्हें कुछ नहीं मिला और फिर वो यह कहते हुए निकल गए कि उसे सरेंडर कर लेना चाहिए।
अमृतपाल सिंह पर लगाया जा सकता है NSA, इस शख्स की वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा
अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने कहा है कि परिवार को ‘वारिस पंजाब डे’ प्रमुख के वर्तमान ठिकाने के बारे में नहीं पता है। तरसेम ने यह भी दावा किया कि पंजाब पुलिस ने तीन-चार घंटे तक उनके घर की तलाशी ली लेकिन कुछ भी अवैध नहीं मिला। पंजाब सरकार ने शनिवार से कट्टरपंथी सिख उपदेशक और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई शुरू की है। जिसमें अभी तक उसके संगठन के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
तरसेम ने एएनआई के हवाले से कहा, “हमारे पास उसके (अमृतपाल सिंह) बारे में सही जानकारी नहीं है। पुलिस को उसे सुबह घर से निकलते ही गिरफ्तार कर लेना चाहिए था।’ तरसेम ने पत्रकारों को यह भी बताया कि पुलिस ने परिवार से अमृतपाल को सरेंडर करने के लिए कहने को कहा है। उन्होंने पुलिस कार्रवाई को “अनुचित” बताया और कहा कि उनका बेटा युवाओं को ड्रग्स से दूर कर रहा है। इंडियन एक्सप्रेस ने अमृतपाल के पिता के हवाले से कहा, “हमें चिंता है कि उसे कुछ हो सकता है।”
अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब पुलिस की भारी कार्रवाई के बावजूद, जालंधर जिले में काफिले को रोके जाने पर अमृतरपाल ने बड़ी चालाकी से पुलिस को चकमा दे दिया और फरार होने में कामयाब रहा। पुलिस ने उसे भगौड़ा घोषित कर दिया है। हर ठिकाने में उसकी तलाश की जा रही है। वहीं, सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने राज्य में इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया है।
पुलिस ने कहा कि उसने सिंह की अध्यक्षता वाले ‘वारिस पंजाब डे’ के तत्वों के खिलाफ राज्य में “बड़े पैमाने पर राज्यव्यापी घेरा और तलाशी अभियान (CASO)” शुरू किया है, जिसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे। पुलिस की यह कार्रवाई मुक्तसर जिले से अमृतपाल के ‘खालसा वाहिर’ – एक धार्मिक जुलूस – की शुरुआत से एक दिन पहले हुई। पुलिस ने कहा कि राज्यव्यापी अभियान के दौरान अब तक एक 315 बोर राइफल, 12 बोर की सात राइफल, एक रिवॉल्वर और विभिन्न कैलिबर के 373 जिंदा कारतूस सहित नौ हथियार बरामद किए गए हैं।
तरसेम ने कहा कि अमृतपाल कुछ महीने पहले ही पंजाब आया था। उसके आने से पहले भी पंजाब में अपराध चल रहे थे। बता दें कि ट्रक ड्राइवर से कट्टर खालिस्तानी समर्थक बने अमृतपाल सिंह पर आईएसआई का हाथ माना जाता है। खुफिया रिपोर्ट यह भी है कि पंजाब में आतंकवाद को फिर जिंदा करने के लिए अमृतपाल पंजाब भेजा गया है।