‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब सरकार बड़े एक्शन की तैयारी में है। अमृतपाल पर NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाया जा सकता है।
गांव के गुरुद्वारा साहिब में छिपा है अमृतपाल सिंह, पुलिस ने चारों तरफ से की घेराबंदी
एनएसए कानून का मतलब है कि किसी को भी 12 महीने तक गिरफ्तार रखा जा सकता है या फिर इस कानून के तहत 3-3 महीने के लिए गिरफ्तारी हो सकती है। अगर प्रशासन को लगता है कि उक्त शख्स की वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा हो रहा है तो उस पर एनएसए कानून लगाया जा सकता है।
पंजाब में कानून व्यवस्था न बिगड़े इसके लिए पुलिस की मदद के लिए अर्धसैनिक बलों की कंपनियों को अलर्ट पर रखा गया है। गृह मंत्रालय लगातार पंजाब सरकार के संपर्क में है। वहीं, मोहाली में करीब 150 निहंगों का जत्था अमृतपाल के समर्थन में नारे लगाते हुए गुरुद्वारा सिंह शहीदां के लिए रवाना हो गया। सूचना है कि वे एयरपोर्ट रोड जाम कर सकते हैं। वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
उत्तराखंड में हुआ दर्दनाक सड़क हादसा, खाई में गिरी कार, 4 लोगो की हुई मौत
पुलिस ने लोगों से किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचने के लिए सोशल मीडिया पर अपील की है। प्रशासन ने किसी भी तरह की अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए रविवार तक इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है। मोगा में धारा 144 लागू कर दी गई है, जहां अमृतपाल सिंह ने एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होना था। मोगा जिला प्रशासन ने लोगों से अपने घरों में ही रहने की अपील की है। पुलिस ने सार्वजनिक उद्घोषणा में कहा कि आदेश का उल्लंघन करने वाले को जेल जाना पड़ सकता है।
शनिवार को अमृतपाल सिंह ने शाहकोट-मलसियां इलाके और बठिंडा जिले के रामपुरा फूल में कार्यक्रम रखे थे। शाहकोट-मलसियां इलाके में उसके प्रोग्राम के लिए समर्थक सुबह से जुटने लगे थे। पुलिस ने शुक्रवार रात को ही प्लान बनाया था कि अमृतपाल सिंह को कैसे गिरफ्तार करना है। मालूम हो कि पंजाब में जालंधर पुलिस ने अमृतपाल के 6 अन्य साथियों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही आसपास के क्षेत्र में माहौल तनावपूर्ण हो गया।