आज कल बीमारियां हों आम बात हो गयी है कही न कही कोई न कोई बीमारियों से परेशान है, थायरायड की समस्या में शरीर में थायरायड ग्रंथि ज्यादा थायरायड हार्मोन का निर्माण करने लगती है.
जिसकी वजह से इंसान को कई तरह की परेशानियां घेरने लगती हैं. अगर थायरायड का ठीक समय पर उपचार न किया जाए तो इससे ह्रदय रोग का खतरा मंडराने लगता है. लेकिन थायरायड में दवाओं के साथ ही योग करना भी फायदेमंद होने कि सम्भावना है. तो चलिए जानें उन तीन योगासन को जिसे करने से शरीर के लिए लाभदायक है।
बालासन:बालासन को चाइल्ड पोज भी कहते हैं. इस आसन को करने से तनाव या हाइपरटेंशन की कठिनाई से निजात मिलती है. इस आसन को करने से रक्त का संचार सारे शरीर में सुचारू रूप से होता है. बालासन को करने से सांस की प्रक्रिया पर ध्यान दिया जाता है, जो तनाव व स्ट्रेस को कम करने में सहायता करता है.
शवासन:शरीर को आराम पहुंचाने व मस्तिष्क को शांति देने के लिए शवासन करना बहुत फायदेमंद है. उच्च रक्तचाप व अनिद्रा की शिकायत दूर करने में शवासन मदद करता है. इस आसन को करना बहुत आसानहोता है।
अनुलोम-विलोम;सबसे पहले सुखासन की मुद्रा में बैठ जाएं. उसके बाद आंखे बंद कर लें व नाक के दाहिने छेद को दाहिने हाथ के अंगूठे से बंद करके बांए छेद से धीरे-धीरे गहरी सांस लें. फिर नाक के बाएं छेद को बाकी अंगुलियों से बन्द करके नाक के दाएं छेद को खोलकर धीरे-धीरे सांस को बाहर छोड़ें. इसके बाद फिर नाक के दाएं छेद से ही गहरी सांस लें व नाक के दाएं छेद को बन्द करके बाएं छेद से सांस को बाहर छोड़ें. इस तरह की प्रक्रिया से एक चक्र पूरा होता है. इसे करने से रक्त का संचालन ठीक ढंग से होता है व बहुत से रोगों में आराम मिलेगा।