शिक्षा विभाग ने लॉकडाउन में छात्रों की पढाई को लेकर एक और फैसला लिया है। अब ऑनलाइन शिक्षा के साथ टीवी और रेडियो के जरिये भी विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा।
इसके लिए प्रारंभिक और उच्चतर शिक्षा विभाग ने रेडियो और टीवी (दूरदर्शन व ऑल इंडिया रेडियो) से स्लॉट लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभाग ने कर्फ्यू के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई करवाने के लिए वाट्सएप ग्रुप बनाने का काम शुरू किया है।
इस दौरान सामने आया है कि प्रदेश में 60 से 70 फीसद अभिभावकों के पास स्मार्ट फोन नहीं हैं। इन विद्यार्थियों तक पाठ्य सामग्री पहुंचाने के लिए अब रेडियो और टीवी का सहारा लिया जाएगा।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने नौ अप्रैल को ई-पाठ्यक्रम का ट्रायल शुरू किया था। पहले दिन वाट्सएप ग्रुप बनाने के बाद 36 हजार छात्रों को वीडियो मैसेज भेजा। दूसरे दिन 48 हजार नए विद्यार्थी ग्रुप में जोड़कर उन्हें मैसेज भेजा। वाट्सएप ग्रुप बनने के बाद ‘10 से 12 हर घर बने पाठशाला’ अभियान 16 अप्रैल से पूरी तरह शुरू हो जाएगा। कुछ वीडियो ट्रायल आधार पर भेजे जा रहे हैं, जिन बच्चों के अभिभावकों के पास स्मार्ट फोन नहीं हैं उनके लिए टीवी व रेडियो के माध्यम से पढ़ाने की व्यवस्था की जा रही है।