यह इकाई उन महिलाओं को हाथ बढ़ाने की शुरुआत है जो प्रशिक्षण के बाद अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने की स्थिति में होंगी। इसका उद्देश्य प्लास्टिक के विकल्प खोजने के लिए जूट बैग का उपयोग करके समाज में पर्यावरण जागरूकता पैदा करना है- कुलपति
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Wednesday, 02 Febraury, 2022
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के पर्यटन अध्ययन संस्थान ने कुलपति, प्रो आलोक कुमार राय और जूट कारीगर गिल्ड एसोसिएशन की ओर से अंजली सिंह ने MoU (हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन) के क्रम में जूट उत्पादन इकाई ने मिलकर छोटा और विकासोन्मुख प्रयास शुरू किया है। इस MoU के अंतर्गत, आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।
25 जनवरी 2022 को हस्ताक्षरित MoU के एक भाग के रूप में कौशल और उत्पादन केंद्र ने लखनऊ विश्वविद्यालय के नए परिसर, डॉ शंकर दयाल शर्मा भवन स्थित पर्यटन अध्ययन संस्थान में ‘चांस फॉर चेंज’ के बैनर तले शुरू किया।
प्रो. आलोक राय ने कहा कि शिक्षाविदों के अलावा समाज के निर्माण में विश्वविद्यालय की एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। यह इकाई उन महिलाओं को हाथ बढ़ाने की शुरुआत है जो प्रशिक्षण के बाद अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने की स्थिति में होंगी। इसका उद्देश्य प्लास्टिक के विकल्प खोजने के लिए जूट बैग का उपयोग करके समाज में पर्यावरण जागरूकता पैदा करना है। उन्होंने बताया कि अंजली, जो प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रशिक्षका है, इस प्रशिक्षण की शुरुआत साधारण जूट बैग के साथ करेंगी और फिर इसे अन्य जूट आधारित उत्पादों जैसे फाइलों, पर्दे, पॉट हैंगर और जूट के आभूषणों तक विस्तारित करेंगी।
साथ ही, यह प्रशिक्षण कार्यक्रम संस्थान, प्रबंध अध्ययन एवं अन्य संबंधित विषयों के छात्रों के लिए इंटर्नशिप तथा स्वरोजगार के अवसर प्रदान करेगा तथा महिला सशक्तिकरण को सुढ़ृड़ करेगा। संस्थान के निदेशक प्रो. पीयूष भार्गव ने कहा कि यह एक छोटा लेकिन महत्वाकांक्षी आउटरीच कार्यक्रम है। डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव, समन्वयक, पर्यटन अध्ययन संस्थान, जूट एसोसिएशन के साथ इस प्रशिक्षण इकाई का समन्वय करेंगी।