नई दिल्ली. बॉलीवुड में ऐसे कई एक्टर्स रहे हैं जिन्हें फिल्मों में शानदार प्रदर्शन के बाद भी अपने करियर के शुरुआती दौर में तानों का सामना करना पड़ता था. ऐसे ही एक एक्टर सुनील शेट्टी भी हैं.
सुनील शेट्टी ने साल 1992 में फिल्म ‘बलवान’ से बॉलीवुड डेब्यू किया था. इस फिल्म में सुनील शेट्टी के अपोजिट एक्ट्रेस दिव्या भारती नजर आई थीं. ‘बलवान’ ने बॉक्स-ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन कर मेकर्स को मालामाल कर दिया था. साथ ही इस फिल्म की सफलता से सुनील शेट्टी ने इंडस्ट्री में एक दमदार शुरुआत की थी.
‘बलवान’ में वह एक एक्शन हीरो के तौर पर नजर आए थे और इस फिल्म ने उन्हें बतौर एक्शन हीरो स्थापित कर दिया था. इस फिल्म की सफलता के बाद उन्हें केवल एक्शन फिल्में ही ऑफर की जाने लगी थीं. अब अगर एक्टर के फिल्मी सफर की बात करें तो उनका सफर कभी भी आसान नहीं था.
कई सुपरहिट और ब्लॉकबस्टर फिल्में दे चुके सुनील शेट्टी आज करोड़ों के मालिक हैं, लेकिन उनके करियर में एक दौर ऐसा था जब कोई भी एक्ट्रेस उनके साथ काम नहीं करना चाहती थी. उनकी डेब्यू फिल्म ‘बलवान’ के साथ भी कुछ ऐसा हुआ था. कई एक्ट्रेसेज द्वारा रिजेक्ट किए जाने के बाद आखिरकार एक्ट्रेस दिव्या भारती ने एक नए नवेले एक्टर संग काम करने के लिए हामी भरी थी.
इडली बेचने की मिली सलाह
सुनील शेट्टी की पहली फिल्म भले ही बॉक्स-ऑफिस पर सफल रही हो, लेकिन इस फिल्म में अभिनय के लिए उन्हें काफी ताने झेलने पड़े थे. एक्टर ने खुद अपने एक इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया था. उन्होंने बताया था कि एक फिल्म क्रिटिक ने उनकी डेब्यू फिल्म के बारे में अपनी राय रखते हुए यहां तक लिख दिया था कि सुनील शेट्टी को फिल्में छोड़ देनी चाहिए और उन्हें अपने घर वापस जाकर इडली बेचनी चाहिए.
टूटने नहीं दिया मनोबल
हालांकि, इन सब चीजों के बावजूद सुनील शेट्टी ने कभी हिम्मत नहीं हारी. उन्होंने बताया था कि उन्हें इन सब बातों का बुरा तो लगा था, लेकिन उन्होंने कभी अपना मनोबल नहीं टूटने दिया और शायद इसी वजह से वह आज बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर्स की सूची में शामिल हैं.