मध्य प्रदेश विधान सभा की 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए मतदान जारी है. उपचुनाव के नतीजों से ही मध्य प्रदेश की मौजूदा शिवराज सिंह चौहान सरकार की किस्मत का फैसला होगा. 28 सीटों के उपचुनाव में 12 मंत्रियों समेत 355 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी हुई है.
प्रदेश के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. सबसे ज्यादा फोकस ग्वालियर-चंबल इलाके की 16 विधानसभा सीटों पर है. मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हो गया है, जो शाम 6 बजे तक चलेगा. कोविड-19 के चलते उपचुनाव में टोकन व्यवस्था लागू किया गया है. वहींं वोटर के बैठने के लिए वेटिंग रूम का इंतजाम भी है.
28 सीटों के उपचुनाव में शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ की साख दांव पर है. भाजपा के स्टार प्रचारक शिवराज और सिंधिया ने जमकर प्रचार किया तो वहीं कांग्रेस की तरफ से कमलनाथ की साख दांव पर लगी हुई है.
प्रदेश के 28 विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में जीत के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ आज भोपाल के गुफा मंदिर पहुंचकर भैरवनाथ की पूजा अर्चना करेंगे और 28 सीटों पर जीत की कामना करेंगे. कमलनाथ इसके बाद प्रदेश कांग्रेस दफ्तर पहुंचेंगे जहां पर बैठकर 28 सीटों पर हो रहे मतदान का फीडबैक लेंगे. कमलनाथ के साथ दिग्विजय सिंह भी पीसीसी दफ्तर में बैठकर हर एक चीज पर फीडबैक लेने का काम करेंगे.
भाजपा की तरफ से सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा वोटिंग पर पैनी नजर रखेंगे. यह उपचुनाव बीजेपी और कांग्रेस के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इन 28 सीटों के नतीजे प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस का भविष्य भी तय करेंगे.
पहली बार ग्वालियर चंबल इलाके में सिंधिया के बजाय कमलनाथ कमान संभाले हुए हैं. ग्वालियर चंबल इलाके में कांग्रेस कितनी खड़ी हो पाती है, यह चुनाव के नतीजों से ही पता चलेगा.