महाराष्ट्र की राजनीति में शनिवार सुबह भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही भूचाल आया हुआ है. एनसीपी नेता अजित पवार की सहयोग से भाजपा सरकार बनने के बाद से कांग्रेस सतर्क हो गई है. कांग्रेस ने अपने सारे विधायकों को महाराष्ट्र से बाहर भेजने का निर्णय लिया है. सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस अपने विधायकों को शाम 5 बजे का विमान भोपाल लेकर जाएगा.
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र की सियासत में शनिवार सुबह वह हुआ जिसके बारे में कल तक किसी ने कल्पना तक नहीं की थी. शुक्रवार रात तक जहां कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना की सरकार बनने बनती नज़र आ रही थी, वहीं जब सुबह देश के लोग उठे तो उन्होंने देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र के सीएम और एनसीपी नेता अजित पवार को डिप्टी सीएम का पद की शपथ ग्रहण करते हुए देखा.
सरकार के गठन के बाद शरद पवार ने ट्वीट करते हुए यह कहा कि अजित पवार का भाजपा को समर्थन देने का फैसला उनका व्यक्तिगत फैसला है. शरद पवार ने कहा कि, ‘अजित पवार का भाजपा को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने का फैसला उनका व्यक्तिगत फैसला है, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का इससे कोई लेना देना नहीं है. हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि हम उनके इस निर्णय का न तो समर्थन करते हैं और न ही सहमति देते हैं.’