बीएसपी से निकाले जाने के बाद नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर बहुत गंभीर आरोप लगाए हैं। श्री सिद्दीकी ने बताया कि मुझ पर झूठे आरोप लगाकर पार्टी से बाहर निकाला गया। बीएसपी सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मुसलमानों के बारे में उन्होंने विवादित टिप्पणी की। उनकी इसी टिप्पणी के खिलाफ मैंने आवाज उठाई तो उन्होंने मेरे ऊपर कार्रवाई करते हुए मुझे बीएसपी से बाहर कर दिया गया। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि मायावती उनकी हत्या भी करवा सकती हैं।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि यूपी चुनाव के बाद मायावती ने मुझसे पूछा कि आखिर यूपी में मुसलमानों ने बीएसपी की वोट क्यों नहीं दिया? इस पर मैंने कहा कि कांग्रेस-समाजवादी पार्टी के बीच ये वोट बंट गए। इस पर मायावती ने मुसलमानों को गद्दार कहा, जिसका मैंने विरोध किया था। इस पर मायावती ने मुसलमानों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।