मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की केदारनाथ धाम यात्रा धार्मिक व विकास कार्यों की दृष्टि से महत्वपूर्ण रही। यहां वह भोर में धाम के कपाट खुलने व बन्द होने के समय की विशेष पूजा में सहभागी बने। इसी के साथ उन्होंने यहां पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी किया। आस्था व समाज सेवा के बीच सामंजस्य स्थापित रखते है। श्री महंत और मुख्यमंत्री पद के दायित्व निर्वाह में संतुलन रहता है। दीपावली को वह गोरक्षधाम में परम्परागत पूजा के लिए गए थे। यह उनके पीठाधीश्वर पद का दायित्व था।
इसके पहले उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में अनेक परियोजनाओं का शुभारंभ किया। माटीकला व शिशुओं के पोषण कार्यक्रम में शामिल हुए। इसी प्रकार उनकी केदारनाथ यात्रा रही। यहां उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ केदारनाथ धाम में कराये जा रहे पुनर्निर्माण कार्याें का निरीक्षण किया। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड सरकार द्वारा केदारनाथ धाम का सुनियोजित विकास किया जा रहा है।
पौराणिक महत्व के इस आस्था केन्द्र के विकास के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री की सराहना की। त्रिवेंद्र रावत ने योगी आदित्यनाथ को पुनर्निर्माण कार्याें की विस्तार से जानकारी दी। योगी ने कहा कि शीघ्र ही केदारनाथ धाम नये स्वरूप में देश दुनिया के श्रद्धालुओं के आकर्षण का केन्द्र बनेगा।