लखनऊ। लोकदल (Lok Dal) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह (Chaudhary Sunil Singh) ने गेहूं का समर्थन मूल्य (Wheat Support Price) मात्र डेढ़ सौ रुपए बढ़ाए जाने पर सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त की है। चौधरी सुनील सिंह ने कहा कि किसान (farmers) इस मूल्य से खुश नहीं हैं। खेती की लागत लगातार बढ़ रही है, लेकिन MSP उस अनुपात में नहीं बढ़ा है। सालभर की मेहनत के बाद प्रति कट्ठा मुनाफा एक मनरेगा मजदूर की एक दिन की मजदूरी से भी कम रह जाता है।
किसानों का आरोप है कि 2,425 रुपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य से कोई लाभ नहीं होने वाला। एक क्विंटल गेहूं के उत्पादन के लिए लगभग एक से देसरह कट्ठा जमीन की जरूरत होती है। वहीं, बुआई से कटाई तक खेत का किराया, खाद, बीज, सिंचाई, मजदूरी और जुताई में लगभग 1,300 से 1,500 रुपये तक का खर्च आता है। सरकार को इस समस्या की जानकारी होने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठा रही, जिससे उनका विकास नहीं हो पा रहा है।