प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने सात दिन के दौरे पर अमेरिका पहुंच चुके हैं। ह्यूस्टन के एनआरजी स्टेडियम में आज होनेवाले उनके ‘हाउडी मोदी‘ (Howdy Modi) कार्यक्रम के लिए स्टेज सज चुका है, जिसमें पीएम के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप भी शामिल होंगे। इसमें 50 हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है। यह कार्यक्रम भारत और अमेरिका दोनों ही देशों की नजरों में अहम माना जा रहा है।
मोदी ने टेक्सस को ही क्यों चुना-
‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम ह्यूस्टन में हो रहा है। यह टेक्सस का एक शहर है। यहां बड़ी संख्या में भारतीय मूल के अमेरिकी लोग रहते हैं। ह्यूस्टन के अलावा डलास भी टेक्सस की प्रमुख जगह है। दोनों ही जगह उन टॉप 10 शहर में शामिल हैं जहां भारतीय अमेरिकी लोगों की संख्या टॉप पर है।
पहले कर चुके हैं ऐसे कार्यक्रम-
पीएम मोदी विदेश में इससे पहले भी कई कार्यक्रमों का हिस्सा रह चुके हैं। अकेले अमेरिका की बात करें तो वह न्यू यॉर्क, सेन जोस और वॉशिंगटन डीसी में भी ऐसे इवेंट्स में शामिल हुए हैं। मोदी के हर इवेंट में अच्छी खासी संख्या में लोग पहुंचे। इसका असर सीधे तौर पर भारतीय राजनीति पर भी पड़ता है। इससे लोगों के बीच सीधा संदेश जाता है कि अब विदेश में भारत की छवि बेहतर हो रही है। इससे पहले मोदी साल 2014 में न्यूयॉर्क में ऐसा कार्यक्रम कर चुके हैं। यहां 18 हजार लोग पहुंचे थे। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने सेन जोस, वॉशिंगटन डीसी में भी इवेंट्स में हिस्सा लिया। भारतीय अमेरिकियों की संख्या के मामले में यह शहर क्रमश: पहले, चौथे और पांचवे नंबर पर हैं।
इवेंट में आने से ट्रंप का भी फायदा-
अमेरिका में अगले साल चुनाव होने हैं, इस इवेंट से ट्रंप भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों को अपनी तरफ करना चाहते हैं। 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों ने ट्रंप को टक्कर दे रहीं हिलेरी क्लिंटन को वोट दिया था। यह बात बाद में नैशनल एशियन अमेरिकन सर्वे में सामने आई थी। ट्रंप का कार्यक्रम में आने का फैसला इससे जोड़कर देखा जा रहा है। ट्रंप यह मानकर चल रहे होंगे कि मोदी के साथ खड़े होने पर इंडो-अमेरिकन लोगों का साथ उन्हें मिल सकता है।
पहली बार ऐसी रैली-
हाउडी मोदी की अहमियत तो इसी से पता चलती है कि हालिया समय में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब दो सबसे बड़े लोकंतत्रों के नेता दुनिया में कहीं एक संयुक्त रैली को संबोधित करेंगे।कार्यक्रम की भव्यता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के अलावा 60 से अधिक प्रमुख अमेरिकी सांसद शिरकत करेंगे। पीएम मोदी के शानदार स्वागत के लिए इस कार्यक्रम में पहली हिंदू सांसद तुलसी गब्बार्ड और भारतवंशी सांसद राजा कृष्णमूर्ति भी शामिल होंगे। यह अमेरिका के अबतक के सबसे बड़े और यादगार इवेंट में से एक होगा।