रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत सरकार के लिए स्थिर दृष्टिकोण बनाए रखा है। एजेंसी की ओर से भारत सरकार की दीर्घकालिक और अल्पकालिक रेटिंग क्रमशः Baa3 और P-3 पर आंकी गई है। स्थिर दृष्टिकोण के तहत इस संभावना को शामिल किया गया है कि भारत के राजकोषीय मैट्रिक्स में करीबी साथियों की तुलना में मजबूत विकास धीरे-धीरे जारी रहेगा।
स्थिर परिदृश्य बनाए रखते हुए मूडीज ने कहा कि भारत उच्च वृद्धि क्षमता, अपेक्षाकृत मजबूत बाह्य स्थिति, उच्च सामान्य सरकारी ऋण के जरिए अपनी विशाल और विविध अर्थव्यवस्था को संतुलित करता है।मूडीज ने कहा कि महामारी के बाद से एक मजबूत और अधिक स्थिर अर्थव्यवस्था उभरी है, हालांकि शुरू हुए वित्तीय वर्ष में क्रमिक राजकोषीय समेकन के बीच ऋण में भौतिक कमी की उम्मीद नहीं है।
मूडीज की ओर से यह भी कहा गया कि भारत को बुनियादी ढांचे के विकास, डिजिटलीकरण और वित्तीय प्रणाली की मजबूती से लाभ हुआ है। वित्तीय वर्ष 2023-24 की पहली तीन तिमाहियों में अपेक्षाकृत मजबूत जीडीपी के आंकड़ों की एक शृंखला के बाद, मूडीज ने पूरे वर्ष के लिए भारत के वास्तविक जीडीपी विकास अनुमान को संशोधित कर 8 प्रतिशत कर दिया है।
मूडीज का अनुमान है कि अगले दो वित्त वर्षों में आर्थिक वृद्धि दर 6 प्रतिशत से अधिक बनी रहेगी, हालांकि अनुमानों में ऊपर की ओर जोखिम हैं। इस बीच मूडीज रेटिंग्स ने भारत की रेटिंग और इससे जुड़ी अन्य रेटिंग्स की आवधिक समीक्षा पूरी कर ली है। यह समीक्षा 4 अप्रैल, 2024 को रेटिंग समिति के माध्यम से पूरी की गई।