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बाढ़ की मार से कराह रहा पूर्वोत्तर, असम में 6.71 लाख से अधिक लोग प्रभावित; IAF ने 13 मछुआरों को बचाया

गुवाहाटी। मौसम ने देश के कई हिस्सों में जहां चेहरे पर मुस्कान खिलाई है। वहीं पूर्वोत्तर इसकी मार से कराह रहा है। पिछले एक माह से बाढ़ से जूझ रहे असम के लोग अस्थायी कैंपों में रह रहे हैं।

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असम में इस साल आई दूसरी बाढ़ में 20 जिलों में 6.71 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। हालांकि, लोगों के लिए भारतीय वायु सेना (आईएएफ) भगवान का रूप बनी हुई है। गंभीर रूप से प्रभावित डिब्रूगढ़ जिले से 13 मछुआरों को सेना ने बचाया है।

बाढ़ की मार से कराह रहा पूर्वोत्तर, असम में 6.71 लाख से अधिक लोग प्रभावित; IAF ने 13 मछुआरों को बचाया

13 नदिया खतरे के निशान से ऊपर
एक आधिकारिक बुलेटिन में बताया गया कि ब्रह्मपुत्र समेत 13 प्रमुख नदियां विभिन्न स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इसके चलते कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुरोध पर डिब्रूगढ़ के हटिया अली इलाके से मछुआरों को बचाया गया है। अधिकारी ने बताया कि एएसडीएमए ने वायु सेना से अनुरोध किया कि 13 मछुआरों को बचाने में मदद करें। वहीं, एयरलिफ्ट से लोगों को बचाने में जो भी खर्चा आएगा वो भी खुद एसडीएमए ही उठाएगा।

लोगों को ऐसे बचाया
वायु सेना ने मछुआरों को बचाने वाले अभियान की एक तस्वीर साझा की है। सेना ने एक्स पर कहा, ‘आईएएफ ने असम के डिब्रूगढ़ के उत्तर में ब्रह्मपुत्र में एक छोटे से द्वीप से 13 असहाय जीवित बचे लोगों को बचाया। दो जुलाई को सुबह तड़के एएफएस मोहनबाड़ी के एक एमआई -17 IV हेलीकॉप्टर ने खराब मौसम में उड़ान भरी और जमीन के दलदली टुकड़े से बचाव अभियान चलाया।’

बयान में कहा गया कि पायलट और फ्लाइट गनर के प्रयासों से हादसे में जीवित बचे 13 लोगों को तुरंत सुरक्षित बचा लिया गया है।वायुसेना ने बताया कि बचाने के बाद सभी का प्राथमिक इलाज किया गया।

छठे दिन भी जलमग्न राज्य
रविवार को वायुसेना ने राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के आठ कर्मियों और धेमाजी जिले के जोनाई के एक राजस्व अधिकारी को राहत अभियान के दौरान बचाया था। मौजूदा लहर के कारण डिब्रूगढ़ जिला बुरी तरह प्रभावित हुआ है और ऊपरी असम का प्रमुख शहर लगातार छठे दिन जलमग्न है।

20 जिलों के लोग प्रभावित
एएसडीएमए बुलेटिन ने कहा कि 20 जिलों- बिश्वनाथ, कछार, चराइदेव, दरांग, चिरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, जोरहाट, कामरूप, लखीमपुर, शिवसागर, सोनितपुर, मोरीगांव, नगांव, माजुली, करीमगंज, तामुलपुर, तिनसुकिया और नलबाड़ी के 67 राजस्व क्षेत्रों में 6,71,167 लोग बाढ़ के पानी की चपेट में हैं।

पिछले 24 घंटों में एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि होने के साथ ही इस साल बाढ़, तूफान और भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है। ब्रह्मपुत्र नदी निमाटीघाट (जोरहाट), तेजपुर (सोनितपुर), गुवाहाटी (कामरूप) और धुबरी (धुबरी) में लाल निशान के ऊपर बह रही है।

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