कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शनिवार को अचानक मुजफ्फरनगर पहुंची. यहां उन्होंने सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में मारे गए नूर मोहम्मद उर्फ नूरा के परिवार से मुलाकात की. 20 दिसंबर को हिंसा में नूरा की मौत हो गई थी. प्रियंका के साथ पंकज मलिक और इमरान मसूद भी पहुंचे.
चिट्ठी में प्रियंका ने क्या लिखा?
प्रियंका ने CAA हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों को चिट्ठी भी लिखी है. उन्होंने इसमें लिखा है कि “अपनों को खोना क्या होता है, मैं दिल की गहराइयों से समझती हूं. आपकी साथ जो हुआ उसकी भरपाई तो नहीं की जा सकती. मगर ऐसे मौके पर एक दूसरे का हाथ थामने से भी मन को तसल्ली मिलती है. आप कतई अपने को अकेला ना समझें. हौसला ना खोएं. हम आपके साथ हैं. हमें आगे बढना है और इंसाफ की मांग को मजबूत करना है. इंसान को बांटने वाली ताकतें इंसान को कमजोर कर रहगी हैं. हमें अपने प्यारे मुल्क और संविधान को बचाने के लिए लड़ना है. जब भी और जहां भी हमारी जरूरत हो आवाज़ देने में हिचक ना करें.”
जानकारी के मुताबिक, प्रियंका मुजफ्फरनगर के बाद मेरठ भी जा सकती हैं. 20 दिसंबर को यहां भी हिंसा हुई थी जिसमें कुल 6 लोग नारे गए थे. मेरठ के एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि प्रियंका के मेरठ दौरे को लेकर कोई औपचारिक सूचना नहीं दी गई हैं. 24 दिसंबर को राहुल गांधी को मेरठ बार्डर से ही वापस भेज दिया गया था. उस वक्त धारा 144 लगी होने की वजह से वे मेरठ दौरा नहीं कर पाए थे.
CAA के विरोध के अलावा प्रदेश में हुई घटनाओं को प्रियंका ने जोर-शोर से उठाया है. प्रियंका CAA के विरोध में जेल गए समाजिक कार्यकर्ता एसआर दारापुरी के घर भी पहुंचीं. वहां पर उन्होंने स्कूटी से जाकर सुर्खियां बटोरी.