नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। पंडित जवाहर लाल नेहरू के बाद यह रिकॉर्ड बनाने वाले वह देश के दूसरे राजनेता बन गए हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में उन्हें पद की गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके बाद राजनाथ सिंह से लेकर जयशंकर तक कई पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एक बार फिर मंत्री पद की शपथ ली। वहीं, शपथ लेने वालों में सात नेता ऐसे भी रहे, जो पहले मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। आइए उनके बारे में जानते हैं।
नरेंद्र मोदी: 23 वर्षों में अब तक सात बार शपथ ले चुके हैं। इसमें से मुख्यमंत्री के तौर पर चार बार और प्रधानमंत्री के रूप में तीन बार शपथ ले चुके हैं। केंद्र की सत्ता संभालने से पहले नरेंद्र मोदी अपने गृह राज्य गुजरात में मुख्यमंत्री रहे।
राजनाथ सिंह: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह अक्तूबर 2000 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री चुने गए। उन्हें 2003 में कृषि मंत्री बनाया गया। इसके बाद वह गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय को भी संभाल चुके हैं। एक बार फिर उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है।
शिवराज सिंह चौहान: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को नरेंद्र मोदी के केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया गया है। उन्होंने छठे नंबर पर शपथ ली है। इससे मध्य प्रदेश की ताकत और ज्यादा बढ़ेगी। विदिशा से छठवीं बार सांसद चुने गए शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में भाजपा के सबसे कद्दावर नेता हैं। वह मध्य प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला है। उनका कार्यकाल करीब 16.5 वर्ष का रहा। इससे पहले भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष व भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं।
मनोहर लाल खट्टर: भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के 10वें मुख्यमंत्री रहे। वह दस वर्षों तक इस पद पर रहे। हालांकि, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हें पद से हटा दिया गया था और करनाल सीट से मैदान में उतारा गया था। खट्टर पहली बार केंद्रीय मंत्री के रूप में काम करेंगे।
सर्बानंद सोनोवाल: असम की डिब्रूगढ़ सीट से चुनाव जीतने वाले सर्बानंद सोनोवाल ने तीसरी बार कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है। वह असम के 14वें मुख्यमंत्री रहे हैं।