संभल। सैयद सालार मसूद गाजी (Syed Salar Masood Ghazi) की याद में नेजा मेला (Neza Fair0 की कुरीति को परंपरा मानकर जो अब तक बढ़ाया गया, उस पर पूरी तरह विराम लगा है। शहबाजपुर सूरा नगला (Shahbazpur Sura Nagla) के बाद पुलिस ने संभल के पालिका मैदान में भी नेजा मेला नहीं लगने दिया। पुलिस के अधिकारियों ने खुद निगरानी की।
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जगह-जगह पुलिस तैनाती रही। पांच दिन पहले ही पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया था कि इस बार संभल में नेजा मेला नहीं लगेगा। एएसपी ने नेजा मेला कमेटी से कहा था कि सैयद सलार मसूद गाजी हत्यारा और लुटेरा था। वह महमूद गजनवी का भांजा था और उसने सोमनाथ मंदिर को लूटा था।
उसके अलावा भी हत्याएं और लूट की थी। उसकी याद में देशभर में कोई आयोजन नहीं होगा। प्रशासन ने भी नेजा मेला की अनुमति देने से इन्कार कर दिया था। नेजा मेला से पहले घंटाघर के पास कोतवाली के सामने ढाल लगाई जाती थी, लेकिन इस बार पुलिस ने ढाल भी नहीं लगाने दी।
साथ ही उस स्थान को भी सीमेंट से बंद करा दिया गया है, जहां ढाल लगाई जाती थी। साथ ही कोतवाली पुलिस ने धार्मिक नगर नेजा कमेटी के पदाधिकारियों को पांच-पांच लाख रुपये के मुचलके से पाबंद किया था। 25 मार्च को गांव शहबाजपुर सूरा नगला के बाद 26 मार्च को संभल नगर पालिका के मैदान में नेजा मेला लगना था।
लेकिन पुलिस ने मेला नहीं लगने दिया और दिनभर पुलिस तैनात रही। पुलिस के अधिकारियों ने खुद भी निगरानी की। मालूम हो कि संभल के बाद 27 मार्च को बादल गुंबद पर लगने वाले नेजा मेले की अनुमति भी नहीं दी गई है।