- Published by- @MrAnshulGaurav
- Friday, June 03, 2022
व्यवस्था में सकारत्मक बदलाव के चलते यूपी बिजनेस हब बनकर उभरा है। योगी आदित्यनाथ की बिजनेस फ्रेंडली नीतियों के परिणाम स्वरूप अब उद्यम प्रदेश बन रहा है।
विगत पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश के प्रति उद्योग जगत की मान्यता बदली है.इसके पहले यहां निवेश में उनका कोई उत्साह नहीँ रहता था .निवेश के लिए आवश्यक सभी तत्वों का यहां अभाव था .
इसमें पहला तत्व कानून व्यवस्था का होता है .योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद सबसे पहले इस ओर ही ध्यान दिया था. कहना था कि बेहतर व्यवस्था में ही विकास कार्यों का क्रियान्वयन सम्भव होता है .जिस प्रदेश में कानून व्यवस्था ठीक नहीँ होती ,उधर उद्योगपति निवेश का जोखिम नहीँ उठाना चाहते .पहले उत्तर प्रदेश की यही दशा थी .इसके बाद व्यापार सुगमता की आवश्यकता होती है .योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से उत्तर प्रदेश में इसका रिकार्ड भी शानदार हो गया.उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य की छवि से निकल कर विकसित हो रहा है .
यहां केवल निवेश प्रस्ताव नहीं आ रहे है ,बल्कि हजारों करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव जमीन पर भी उतर रहे है .योगी आदित्यनाथ ने अपनी दूसरी पारी के सौ दिनों के भीतर नया अध्याय लिखा है.उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश तीसरी बार देश के अग्रणी उद्योगपतियों और निवेशकों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार हुआ.प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का शुभारंभ किया. उन्होंने अस्सी हजार करोड़ रुपए से अधिक निवेश की चौदह सौ से अधिक परियोजनाओं का शिलान्यास किया.
य़ह उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य तक पहुँचने का मार्ग प्रशस्त करेगा.विगत पांच वर्षों के दौरान उत्तर प्रदेश में ढांचागत व अन्य निर्माण के रिकार्ड कायम हुए हैं। इसमें एक्सप्रेस वे और कनेक्टिविटी भी शामिल है। औद्योगिक विकास के लिए इन सुविधाओं का विस्तार अपरिहार्य होता है। इसके साथ ही बिजली की उपलब्धता, कानून व्यवस्था की सुदृढ़ स्थिति,सिंगल विंडो की पारदर्शी व्यवस्था,भूमि बैंक की स्थापना आदि भी आवश्यक होते हैं। योगी आदित्यनाथ ने एक्सप्रेस वे को औद्योगिक विकास और प्रगति से जोड़ दिया है। उन्होंने एक्सप्रेस वे निर्माण मात्र को ही पर्याप्त नहीं माना। इनकी वास्तविक उपयोगिता औद्योगिक विकास से ही हो सकती है।
वर्तमान सरकार इसी मान्यता के आधार पर एक्सप्रेस वे का निर्माण करा रही है। योगी सरकार ने पूर्ववर्ती व्यवस्था में रिफॉर्म करके,परफॉर्म करते हुए ट्रांसफॉर्म किया है। उत्तर प्रदेश में निवेश के अनुकूल माहौल कायम हुआ है. इसी के परिणाम स्वरूप देश के सबसे बड़े व तीन सफल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन संभव हुआ। उद्योगपतियों की उत्तर प्रदेश में निवेश के प्रति दिलचस्पी बढ़ी है। यह अनुकूल माहौल के कारण संभव हुआ है। यूपी देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले राज्य के रूप में आगे बढ़ा रहा है। यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। इसे आगे बढ़ाया जा रहस्य है। पहले उद्योगों के लिए माहौल बनाया, जहां कोई आना नहीं चाहता था अब वहां लोग निवेश कर रहे हैं।
आज यहां सकारात्मक माहौल है। पहला ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी जुलाई 2018 और दूसरा ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी जुलाई 2019 को आयोजित किया गया था। पहले ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के दौरान 61,500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 81 परियोजनाओं की नींव रखी गई थी। जबकि दूसरे ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह में 67,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश वाली 290 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। नरेंद्र मोदी ने कहा कि पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश ने राज्य में रिकॉर्ड निवेश आकर्षित करने के लिए कई प्रयास किए हैं. ये निवेश विविध क्षेत्रों को कवर करते हैं. राज्य में अच्छा कारोबारी माहौल निवेशकों और स्थानीय युवाओं दोनों के लिए शुभ संकेत है.