नया साल: नई सुबह मतवाली सी..
नए साल की नई सुबह मतवाली सी।
खुशियों का आगाज़ लाई अलबेली सी।।
नए साल की रात, तारो जैसी टिमटिमाती सी।
खुशियों की एक थाल सजी फुलवारी सी।।
आज अलग माहौल है, एक नई किलकारी सी।
हर दिल को रोशन कर जाती मुस्काती सी।।
चारों तरफ पंछियों के झुरमुट की कोलाहल सी।
आया है नया साल मन में है खुशहाली सी।।
आसमान पर उड़ती पतंगों की चित्रकारी सी।
नए साल में कुछ अलग हो, रंग- बिरंगी रंगोली सी।।
सज- धज कर चले मनाने उत्सव, नई नवेली सी।
नए साल की आभा ऐसी हम सबको हरसाती सी।।
सागर में भी शोर बहुत है वह भी हिलोरें मारती सी।
नाव भी आज मग्न इतनी, हिचकोले वो लेती सी।।
नए साल पर पावन संगम सबको नहलाती सी।
नए साल का दिन हो सबके लिए हार्दिक बधाई सी।।
सबके लिए शुभ- मंगल हो एक नयी मनुहारी सी।
नए साल का पहला दिन जगमगाये दिवाली सी।।