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पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल ने शुरू किया “डेंगू बुखार” की रोकथाम हेतु व्यापक अभियान

• विश्व मधुमेह दिवस 14 नवम्बर को मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय में लगाया जाएगा मधुमेह जॉच शिविर

लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के मण्डल रेल प्रबन्धक आदित्य कुमार के मार्गदर्शन में तथा मंडल चिकित्सालय, बादशाहनगर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. अमरेन्द्र कुमार के नेतृत्व में डेंगू बुखार की पहचान, उपचार एवं रोकथाम हेतु संपूर्ण लखनऊ मंडल में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत मण्डल के चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों द्वारा डेंगू बुखार की रोकथाम हेतु रेलवे कार्यालयों, रेलवे स्टेशनों एवं रेलवे कालोनियों में वृहद सफाई अभियान चलाया जा रहा है। जिसमे #रेलवे आवासीय कॉलोनियों एवं रेलवे परिसर में डेंगू से जागरूकता रैलियों का आयोजन किया जा रहा है।

लखनऊ मंडल की रेलवे कॉलोनियों, कार्यालय एवं स्टेशन परिसरों में लगातार एंटी मॉस्किटो स्प्रे व फॉगिंग की जा रही है। पानी एकत्रित होने वाले स्थानों (जहां पर मच्छर प्रजनन की सम्भावना है) एन्टी लार्वा छिड़काव किया जा रहा है। इसके साथ ही रेलवे चिकित्सालयों में डेंगू एवं संबंधित रोगों से होने वाले बुखार की जांच में बढ़ोतरी की गई है।

अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ संजय तिवारी ने बताया कि यह मच्छर खुले एवं साफ पानी में अण्डे देते हैं। इसको टाइगर (चीता मच्छर) भी कहते हैं। यह मच्छर ज्यादातर दिन के समय ही काटता है। डेंगू एक विषाणु से होने वाली बीमारी है जो ’एडीज एजिप्टी’ नामक संक्रमित मादा मच्छर के काटने से फैलती है। #डेंगू एक तरह का वायरल बुखार है।इसके मरीज को 2 से 7 दिवस तक तेज बुखार चढता है एवं इसके साथ निम्न लक्षण भी साथ में हो सकते हैं। जैसे, अचानक तेज बुखार आना, सिर में आगे तेज दर्द, मांसपेशियों (बदन) व जोडों में दर्द। स्वाद का पता न चलना व भूख न लगना। छाती और ऊपरी अंगो पर खसरे जैसे दानें। चक्कर आना, जी घबराना, उल्टी आना। शरीर पर खून के चकते एवं खून की सफेद कोशिकाओं की कमी। बच्चों में डेंगू बुखार के लक्षण बडों की तुलना में हल्के होते हैं।

प्रारम्भिक बुखार की स्थिति मे उपचारः-मरीज को आराम की सलाह दें। उम्र के अनुसार तेज बुखार होने पर पैरासिटामोल की गोली का प्रयोग करें। एस्प्रीन का प्रयोग से परहेज करें। मरीज को ओ.आर.एस. दिया जावें। प्रत्येक डेंगू बुखार के रोगी के बुखार ठीक होने के दो दिन के बाद तक निगरानी रखी जावें डेंगू बुखार से ठीक होने पर मरीज एवं उसके परिजनों का उपरोक्त लक्षणों के उभरने पर विशेष ध्यान देने हेतु सलाह दी जावे तथा तेज बुखार होने पर मरीज को तुरन्त चिकित्सक को दिखायें। डेंगू बुखार की रोकथाम के लिए आवश्यक सावधानियां बरतनी चाहिए जैसे कि छोटे डिब्बो व ऐसे स्थानो से पानी निकाले, जहॉं पानी बराबर भरा रहता है। कूलरों का पानी सप्ताह में एक बार अवश्य बदले। घर में कीट नाशक दवायें छिड़कें।

बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाये ,जिससे उनके हाथ पांव पूरी तरह से ढके रहे। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। टंकियों तथा बर्तनों को ढककर रखें। इसी क्रम में 14 नवम्बर 2022 को ’विश्व मधुमेह दिवस’ के अवसर पर मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय, लखनऊ के बहुउददे्शीय हाल में पूर्वाह्न 11ः00 बजे रेल कर्मियों एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों तथा उनके परिवार जनों हेतु ’मधुमेह जॉच शिविर’ का आयोजन किया जायेगा।

रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी

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