• 1228 क्रैक रेलगाडि़यां (02. मार्च से 08 मार्च तक) चलाई गईं तथा और अधिक मालभाड़ा रेलगाडियां चलाने पर बल
• संरक्षा और रेल परिसंपत्तियों के अनुरक्षण पर बल
नई दिल्ली। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने आज प्रधान कार्यालय, बडौदा हाउस, नई दिल्ली में उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा की।
मिशन शत-प्रतिशत विद्युतीकरण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही भारतीय रेलवे
महाप्रबंधक ने कहा कि रेलवे संरक्षा को बहुत महत्व देता है, इसके लिए रेलपथों, चल स्टॉक, सिगनल एवं बिजली की ओवर हैड तारों के रख-रखाव पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए। श्री गंगल ने बताया कि उत्तर रेलवे ने 02 मार्च से 08. मार्च के बीच 1228 क्रेक रेलगाडि़यों का परिचालन किया।
उन्होंने मंडल रेल प्रबंधकों के साथ बातचीत के दौरान निर्देश दिए कि मालभाड़ा संचलन में अधिकतम आउटपुट हासिल करने के लिए और अधिक रेलगाड़ियां चलाई जानी चाहिए। क्रेक रेलगाड़ियां डेडिकेटिड क्रेक मार्गों पर बिना क्रू बदले चलाई जाती हैं। उन्होंने लोकोमोटिवों की उपलब्धता और उनके समयबद्ध अनुरक्षण पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि अप्रभावी वैगनों को स्टॉक से हटाया जाना चाहिए। उन्होंने विभागों से रेल कर्मचारियों के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण एवं पुनश्चर्या पाठयक्रम आयोजित करने का परामर्श दिया ताकि उन्हें जागरूक बनाए रखा जा सके और रेल प्रणाली में मानवीय त्रुटियों को कम किया जा सके।
उन्होंने सभी मंडलों को निर्देश दिया कि सिगनल प्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जायें। महाप्रबंधक ने रेल पटरियों में आने वाली दरारों पर चिंता प्रकट की और सिगनलों, रेल दरारों और रेल वेल्डों की व्यापक रूप से निगरानी के निर्देश दिये।
अटल भूजल योजना के तहत दो दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण कल से
उन्होंने, “जहां भी आवश्यक है, वहां पेडों की छँटाई” के लिए वन विभाग से अनुमोदन लेने की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए ताकि उनसे रेल पटरियों अथवा ओएचई तारों को कोई क्षति न पहुँचे । उन्होंने रेलपथों पर विद्युत संरक्षा के साथ-साथ रेलगाड़ियों के निर्बाध परिचालन के लिए रिले और पैनल रूमों की संरक्षा पर भी ध्यान केन्द्रित करने के निर्देश दिए । उन्होंने रेल परिचालन में मानवीय त्रुटियों को कम करने पर जोर दिया । उन्होंने विभागाध्यक्षों ओर मंडल रेल प्रबंधकों को समयपालनबद्धता को बनाये रखने और माल लदान व संरक्षा को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
फ्रेट बिजनेस डेवलेपमेंट पर बोलते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि बिजनेस डेवलेपमेंट यूनिटों के साथ परस्पर सम्पर्क बनाए रखना चाहिए । उन्होंने निर्देश दिए कि बीडीयू को ग्राहकों के बीच भरोसे, सहयोग और आत्मविश्वास का माहौल बनाना चाहिए । उन्होंने रेलवे द्वारा दी जा रही रियायतों और उपायों को ग्राहकों तक पहुँचाने के भी निर्देश दिए । उन्होंने यह भी बताया कि हर गुजरते माह के साथ खाद्यान्न और अन्य मदों के लदान में वृद्धि हुई है। उत्तर रेलवे अपने ग्राहकों को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी