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आलमबाग बस टर्मिनल पर यात्री के साथ मारपीट करने वाली ज्योति अवस्थी पर अधिकारी मेहरबान, पुनः बनी केंद्र प्रभारी 

यात्रियों के साथ अमर्यादित व्यवहार के आरोप में हटाई गयी केन्द्र प्रभारी ज्योती अवस्थी को पुनः आलमबार डिपो का केन्द्र प्रभारी बना दिया गया। इतना ही नहीं ज्योति आलमबाग बस टर्मिनल पर पत्रकारों को कवरेज करने से रोकती थी।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का सबसे महत्वपूर्ण आलमबाग बस टर्मिनल जहां से प्रतिदिन हजारों की संख्या में सभ्रांत यात्री यात्रा करते हैं, वहां कि पूर्व केन्द्र प्रभारी ज्योती अवस्थी जिन्हें यात्रियों के साथ अमर्यादित कृत्यों के कारण मुख्यमंत्री एवं मंत्री के संज्ञान लेने पर उनका स्थानांतरण उपनगरीय डिपो किया गया था। उन्हें मात्र दो माह बाद ही पुनः आलमबाग डिपो के केन्द्र प्रभारी के पद पर ट्रांस्फर कर दिया गया है।

आपको बताते चलें कि विगत अक्टूबर 2021 से आलमबाग बस टर्मिनल पर केन्द्र प्रभारी पद पर तैनात ज्योती अवस्थी यात्रियों के साथ अपने अमर्यादित कृत्यों के कारण चर्चा में बनी रहती थी। यात्रियों के साथ मारपीट करना एवं पत्रकारों को कवरेज करने से रोकना यह सब उनके लिए रोज का तमाशा था। ज्योती अवस्थी का एक यात्री के साथ मारपीट करते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था। साथ ही एक न्यूज चैनल के पत्रकार एवं कैमरा मैन जो आलमबाग बस टर्मिनल पर कोरोना का प्रोटोकाल एवं यात्रियों की सुविधाओं की कवरेज करने से रोकने एवं मारपीट का वीडियों भी वायरल हुआ था, जिसपर पत्रकार ने आलमबाग थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई थी।

इन सब कृत्यों के बाद भी अधिकारी उनको बचाने जुटे हुए थे। जब मामला मुख्यमंत्री एवं परिवहन मंत्री के संज्ञान में आया तब इनका स्थानांतरण उपनगरीय डिपो कर दिया गया एवं प्रबंध निदेशक द्वारा इनके उपर जांच भी बैठाई गयी। 27 अगस्त 2022 की जांच में तत्कालीन क्षेत्रीय प्रबंधक ने भी ज्योती अवस्थी को अपने डिपो के अधिकारियों को गुमराह कर ड्यूटी से गायब हो जाना, यात्री के साथ मारपीट करने इत्यादी का दोषी पाया था। इसके साथ ही ज्योती अवस्थी द्वारा अपनी कमियों को छुपाने के लिए अपने डिपों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर अनर्गल आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र भेजा जाता था।

यात्रियों एवं पत्रकारों से अभद्रता के मामले में परिवहन मंत्री द्वारा संज्ञान लेने पर प्रबंध निदेशक के निर्देश पर 19 जुलाई को ज्योती अवस्थी को उप नगरीय डिपो स्थानांतरित कर आलमबाग डिपो के कार्यों से मुक्त कर दिया गया इसके बावजूद ज्योती अवस्थी द्वारा 28 जुलाई तक अपना कार्यभार ग्रहण नही किया और अपना स्थानांतरण आदेश निरस्त कराने के लिए इधर उधर भटकती रहीं। इन सब अमर्यादित कृत्यों के बावजूद आलमबाग जैसे अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल पर ज्योती अवस्थी को केन्द्र प्रभारी के पद तैनात किया जाना अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है।

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