अयोध्या मुद्दे में उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) के निर्णय के मद्देनजर हाजी अली तथा माहिम दरगाह के न्यासी ने व 1993 के मुंबई सिलसिलेवार बम विस्फोट मुद्दे के सरकारी गवाह ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। विस्फोट मुद्दे में सरकारी गवाह बने उस्मान जान खान ने अपील की कि मुस्लिम समुदाय को इस निर्णय को खुले दिल से स्वीकार करना चाहिए।
वहीं माहिम दरगाह के प्रबंधक न्यासी व हाजी अली दरगाह के न्यासी सुहैल खांडवानी ने विभिन्न समुदायों से अपील की कि वह उच्चतम न्यायालय के निर्णय को स्वीकार करें व देश में शांति एवं राष्ट्रीय एकता बनाने के लिए मिलकर कार्य करें। उन्होंने बोला कि हमें विभाजनकारी ताकतों को इस गम्भीर दशा का लाभ उठाने से रोकना होगा व गड़बड़ी फैलाने के उनके प्रयासों को समाप्त करना होगा। शांति तथा सद्भाव कायम रखना व एक दूसरे की आस्था का सम्मान करना वक्त की आवश्यकता हैं।
हर स्थान शांति व सोहार्द्र के लिए सभी समुदाय ने देश के लोगों से अपील की है। अधिकारियों ने भी शांति व कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए देश भर में कड़े बंदोवस्त किये हैं। पुलिस अधिकारियों ने कर्मचारियों से 1 नवंबर से छुटटी पर जानें से मना किया है।
दिल्ली की केजरीवाल (Kejriwal) सरकार ने भी आदेश जारी किया है कि आज सभी स्कूल-कॉलेज बंद रखे जाएं। जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में भी आज छुट्टी रहेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ट्वीट कर देशवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने निर्णय की पूर्व संध्या ट्वीट कर बोला था कि अयोध्या पर शनिवार को उच्चतम न्यायालय का फैसला आ रहा है। पिछले कुछ महीनों से उच्चतम न्यायालय में निरंतर इस विषय पर सुनवाई हो रही थी, पूरा देश उत्सुकता से देख रहा था। इस दौरान समाज के सभी वर्गों की तरफ से सद्भावना का वातावरण बनाए रखने के लिए किए गए कोशिश बहुत सराहनीय हैं।