रामपुर से सपा सांसद आजम खान की मुश्किलें कम होती नही दिख रही है। गुरुवार को पुलिस ने उनके खिलाफ बकरी चोरी का एक और मुकदमा दर्ज किया। यतीमखाना सरायगेट निवासी नसीमा खातून ने आजम खां के खिलाफ शिकायत करते हुए आरोप लगाया कि तीन साल पहले आजम खां के कहने पर कुछ लोगों ने उनके घर में घुस कर तोड़-फोड़ की थी और उपद्रव मचाया था, साथ ही उनके घर में बंधी बकरी, भैंस और बछड़ा भी खोल ले गए।
नसीमा ने आजम खान पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, 15 अक्तूबर, 2016 की सुबह सांसद आजम खां के कहने पर तत्कालीन सीओ आलेहसन खां, वसीम रिजवी, जफर फारुखी, एसओजी के सिपाही धर्मेद्र, आजम खां के मीडिया प्रभारी, फसाहत अली खां शानू, मोहम्मद सलीम सहित 25 लोगों ने उनके घर में घुसकर तोड़-फोड़ किया था। साथ ही उन्होंने परिवार के साथ मारपीट भी की थी।
महिला ने बताया कि वो लोग घर में रखा सामान लूट कर ले गए और मकान पर बुल्डोजर चलवा दिया। इस दौरान आरोपियों ने महिला के पति से मारपीट की थी, जिसके कारण बाद में उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने उनके घर से दो गले का हार, दो कानों की बालियां, सोने की एक अंगूठी और सोने-चांदी के पायल लूट लिए।
इसके अलावा जाते-जाते घर में बंधी हुई तीन भैंस, एक बछड़ा और चार बकरी भी खोलकर ले गए। उन्होंने कहा कि ये पशु आजम खां की गोशाला में रखे जाएंगे। शहर कोतवाली की पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 452, 427, 389, 395, 448, 304, 504, 506 और 120 बी के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस ने आजम खां पर गैर इरादतन हत्या (304) की रिपोर्ट भी दर्ज की है।
बता दें कि सांसद आजम खां पर कोतवाली में पशुओं को जबरन खुलवाने के कई मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। यतीमखाना प्रकरण में सांसद आजम खां के खिलाफ अब कुल 11 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। रामपुर में सत्ता की हनक से सताए गए लोग अब धीरे-धीरे सामने आ रहे है और आजम खान के अत्याचारों की दास्तान पुलिस को बताने लगे है।