कालाधन रखने वाले लोगों पर नरेन्द्र मोदी सरकार ने शिकंजा व कस दिया है। हाल ही में स्विट्जरलैंड सरकार ने हिंदुस्तान सरकार के संयुक्त अभियान के तहत में तक़रीबन 3,500 बैंक खाता धारकों को नोटिस जारी किए हैं। इनमें भारतीय ट्रस्टों व अन्य खाताधारकों का नाम है। इन खाताधारकों ने कालाधन छुपाने में मददगार राष्ट्रों के माध्यम से स्विस बैंकों में ब्लैक मनी छिपाया हुआ है।
स्विस बैंकों के हवाले से मिल रही जानकारी के अनुसार, कई हिंदुस्तानियों व नेताओं ने अपना कालाधन विभिन्न ज्वैलरी, वित्तीय सेवाएं व रियल एस्टेट जैसे सर्विसेज में लगा रखा है। किन्तु पैसे को साफ दिखाने के लिए लोगों ने ट्रस्टों का बेजां उपयोग किया है। बैंकिंग गतिविधियों को ध्यान में रखकर स्विस बैंक ने उन ट्रस्टों को नोटिस भेजा है, जिन पर शक अधिक है। इन नोटिसों में केमैन आइलैंड्स के जिन ट्रस्ट्स का नाम है, उनमें दी पी देवी चिल्ड्रंस ट्रस्ट, दी पी देवी ट्रस्ट, दी दिनोद ट्रस्ट व दी अग्रवाल फैमिली ट्रस्ट का नाम शामिल हैं. केमैन आइलैंड्स स्थित देवी लिमिटेड व हिंदुस्तान स्थित अधी एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड समेत अन्य कंपनियों को भी नोटिस जारी किए गए हैं.
स्विस सरकार ने कालाधन के शक में तक़रीबन 3,500 भारतीय खाताधारकों को नोटिस भेजा है। गौरतलब है कि नरेन्द्र मोदी सरकार आरंभ से ही ब्लैक मनी को लेकर बेहद गंभीर रही है। यही वजह है कि पिछले कई सालों से हिंदुस्तान सरकार विभिन्न जरियों से स्विस सरकार को ब्लैक मनी रखने वाले हिंदुस्तानियों के नाम सार्वजनिक करने की बात कहता रहा है।