औरैया। आत्मनिर्भर बनकर अपने सभी सपने साकार करना, निर्भय होकर आगे बढ़ना, इन्हीं शुभकामनाओं के साथ एनटीपीसी औरैया द्वारा बालिका सशक्तिकरण अभियान (GEM) तहत एक माह तक आयोजित बालिका अधिकारिता मिशन कार्यशाला के समापन के बाद ग्रामीण बालिकाओं को भावभीनी विदाई दी गयी।
भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी हमेशा से ही महिलाओं और बालिकाओं की जीवन शैली को बेहतर बनाने में सबसे आगे रही है और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद करती है। बालिका सशक्तिकरण अभियान एनटीपीसी की अनेकों परियोजनाओं में चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य एनटीपीसी परियोजनाओं के आसपास के गांवों की बालिकाओं को सशक्त, आवश्यक शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मरक्षा कार्यक्रमों के बारे में जागरूक करना है।
एनटीपीसी द्वारा बालिका सशक्तिकरण अभियान (GEM) पहल कम्पनी की व्यापक स्तर पर सामाजिक दायित्व के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। आज के समय में, शिक्षा प्रणाली के लिए यह आवश्यक है कि बालिकाओं को सामाजिक एवं भावनात्मक सोच एवं कौशल विकसित करने में सक्षम बनाया जाए। इसी को ध्यान में रखते हुए एनटीपीसी औरैया में एक माह का निःशुल्क आवासीय बालिका सशक्तिकरण अभियान चलाया गया। इस अभियान के अंतर्गत बालिकाओं के सर्वांगीण विकास, उनको स्वावलम्बी बनाने तथा उच्च शिक्षा की ओर अभिप्रेरित करने के मकसद से पूर्णतः निःशुल्क आवासीय कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यशाला में ग्रामीण क्षेत्र में संचालित कक्षा पांचवीं एवं छठी में पढ रही 40 बालिकाओं ने हिस्सा लिया। इस अवधि के दौरान दिनांक 20 मई से 16 जून 2022 तक बालिकाओं के लिए विद्यालयीन पाठ्य क्रम से परे हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, साइंस, सोसल साइंस इत्यादि विषयों की तैयारी करायी गयी। इसी क्रम में डांस, म्यूजिक, योग, स्वच्छता, आर्ट एवं क्राफ्ट के अतिरिक्त कम्प्यूटर, साइबर सिक्यूरिटी एवं आत्मरक्षा के अभ्यास भी कराये गये। बीच-बीच में उनके जीवन में एक नया आयाम जोड़ने हेतु विविध प्रकार की प्रेरणादायी फिल्में दिखाई गयीं एवं कई कार्यक्रम कराए गये।
एक माह तक चलने वाले बालिका सशक्तिकरण मिशन का आज समापन किया गया। समारोह का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना श्रीवास्तव, एनटीपीसी के परियोजना प्रमुख अनिल कुमार सिंह व महाप्रबंधक (तकनीकी सेवाएँ) जसवीर सिंह अहलावत एवं अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। समारोह में बालिकाओं द्वारा कई कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। जिसमें नृत्य, गीत, संदेशात्मक नुक्कड़ नाटक एवं अन्य विविध कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। साथ ही इस अवसर पर विदाई भेंट के तौर पर औरैया परियोजना के कर्मचारियों के सहयोग से ई-वॉयस के सदस्यों द्वारा बालिकाओं को सुगमता पूर्वक स्कूल आने-जाने के लिए साईकिलें वितरित की गयीं।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना श्रीवास्तव ने विदा हो रही बच्चियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उनकी सफलता की कामना की। साथ ही बच्चियों को नम आँखों से विदा करते हुए उनसे भविष्य में अपने हुनर के साथ अपनी प्रतिभा और लगन की बदौलत अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने एनटीपीसी के कार्यों को सराहते हुए सभी 40 बालिकाओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि वे अपने आपको लड़कों से कम न समझें, सदैव आगे बढ़ें तथा अपना जीवन खुशहाल बनाने के प्रयासों के साथ-साथ देश का नाम रोशन करें।
परियोजना प्रमुख अनिल कुमार सिंह ने सभी का स्वागत करने के साथ-साथ अपने स्वागत भाषण में बताया कि हमारे लिए यह गौरव की बात है कि हमारा एक माह का निःशुल्क आवासीय GEM कार्यक्रम निर्विघ्न रूप से सम्पन्न हो गया। साथ ही उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य यही है कि भारत सरकार के “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” अभियान में अपना योगदान देना तथा अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एनटीपीसी के सपने को साकार करना।
महाप्रबंधक (मानव संसाधन) द्वारा बालिकाओं को प्रतिभागिता प्रमाण-पत्र देने के साथ-साथ GEM वॉलेंटियर्स एवं समिति सदस्यों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य महाप्रबंधक, महाप्रबंधक (तकनीकी सेवाएं) के अलावा सभी विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी, जागृति महिला मण्डल की सदस्य, पत्रकारगण, कर्मचारी, GEM फैकल्टीस, बालिकाएँ एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर