- Published by- @DyaShankar, Sunday, 27 Febraury, 2022
लखनऊ। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की पूर्व संध्या पर नवयुग कन्या महाविद्यालय के Zoology Department की ओर से राष्ट्रीय व्याख्यान और भाषण प्रतियोगिता का online आयोजन Virtual Platform Zoom पर किया गया। महान वैज्ञानिक और शिक्षक सर वेंकटरमन की ओर से रमन इफेक्ट की खोज करने की याद में, हर वर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 1986 से मनाया जाता है। कार्यक्रम का विषय सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण रखा गया।
आयोजन में अतिथियों का स्वागत जंतु विज्ञान की अध्यक्षा डॉ रिचा शुक्ला ने किया। प्रथम चरण में अमरकंटक से आए सहायक प्रोफेसर डॉक्टर योगेंद्र कुमार पयासी ने एग्रीकल्चर एक्वा कल्चर (रेशम कीट पालन) पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे आज टेक्नोलॉजी के माध्यम से इनका उत्पादन तेजी से हमारे देश में किया जा रहा है। खाद्य सुरक्षा, आत्म निर्भरता और रोजगार की दृष्टि से इसमे उज्जवल भविष्य है।
जौनपुर के सहायक प्रोफेसर डॉ अजय कुमार ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इन्होंने एग्रीकल्चर में परागण के महत्व और उपयोगिता पर प्रकाश डाला। अतिथियों का धन्यवाद देते हूए महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफ़ेसर मंजुला उपाध्याय ने ने बताया कि विज्ञान के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी के उपयोग के लिए मैनुफैक्चरिंग और टेस्टिंग कितने ज़रूरी हैं और इसके लिए देश के युवा को बढ़-चढ़कर विज्ञान उपकरण उत्पादन में हिस्सा लेना चाहिए। तीव्र अर्थिक प्रगति के लिए सरकार को शोध के विकास पर और ध्यान और अर्थिक सहायता देना चाहिए।
दूसरे चरण में नवयुग कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने भाषण प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में श्रुति शर्मा प्रथम, वैष्णवी द्विवेदी और तनु सारस्वत दितीय, अंजलि राय और आरीजा मेहंदी ने तृतीय साथ ही, विदुषी शुक्ला को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। कार्यक्रम का संचालन विमला बिंद ने किया। भाषण प्रतियोगिता का आयोजन विभाग की शिक्षिका रूबी यादव ने किया। कार्यक्रम में अमरकंटक से डॉ शिव कुमार मिश्रा, शिक्षक और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।