• राम लला के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान महापर्व के दिन सभी लोग अपने अपने घर पर घी के दीपक जलाकर फिर से दीपावली मनायें: गुरु प्रसाद सिंह
अयोध्या। अयोध्या में रामजन्मभूमि पर बन रहा भव्य एवं दिव्य मंदिर महज एक मंदिर नहीं है। वह करोड़ों भारतीयों की कालजयी आस्था और गौरव का प्रतीक है। 22जनवरी को मंदिर में श्रीराम के विग्रह के प्राण- प्रतिष्ठा का पर्व भारत के सांस्कृतिक गौरव के पुर्नस्थापना की यादगार तिथि होगी, जो स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
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यह बात क्षत्रिय नेता एकादशी सिंह के संरक्षकत्व में स्मृतिशेष चर्चित नेता दिनेश सिंह के पुत्रद्वेय अतुल सिंह व अभिषेक सिंह के संयोजन में ग्राम पंचायत सरायरासी, अयोध्या में दो दिवसीय चौदह कोसीय सूर्यवंश क्षत्रिय महाकुंभ के अंतिम दिन महापंचायत को सम्बोधित करते समाज के मुखिया दादा गुरुप्रसाद सिंह ने बताते हुए कहा कि हम अपने राष्ट्रपुरुष सूर्यवंशी श्रीराम के बताए रास्ते पर चलकर न सिर्फ खुद का जीवन सार्थक कर सकते हैं बल्कि राष्ट्र की एकता अखण्डता को मजबूत करते हुए उसकी विकास की राह को और भी बाधामुक्त कर सकते हैं।
मुखिया दादा गुरुप्रसाद सिंह ने सभी सूर्यवंश क्षत्रियों आग्रह किया है कि आगामी 22जनवरी को होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान महापर्व के दिन सभीलोग अपने-अपने घरों में घी का दीप जलाकर फिर से दीपावली महोत्सव मनाएगें।
महापंचायत में दहाड़ते हुए क्षत्रिय बोर्डिंग हाउस के दो बार अध्यक्ष रह चुके जंग बहादुर सिंह ने कहा कि मर्यादा के प्रतिमूर्ति रहे सूर्यवंश शिरोमणि श्रीराम ने माता-पिता , राज-वैभव यहाँ तक की पत्नी सीता व पुत्रगण लव-कुश को त्याग दिया जिससे राजधर्म, समाजधर्म और मानवधर्म में जनसामान्य की आस्था बनी रहे।
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वरिष्ठ क्षत्रियनेता भगवान बक्श सिंह ने कहा कि सच्चे लोकनायक के रुप में सूर्यवंशी श्री राम ने जन-जन की आवाज को सुना और राजतंत्र में भी जनगण के मन की आवाज को सर्वोच्चता प्रदान की। महापंचायत के संरक्षक एकादशी सिंह ने बताया कि अयोध्या में बन रहा श्रीराम मंदिर भारतीयों की चिरविजयी अस्मिता और गौरव का प्रतीक है।
जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि आलोक सिंह रोहित ने कहा कि विदेशी आक्रांताओं ने जिस शाश्वत, पुरातन श्रीराम जन्मभूमि के पावन स्थल को विखंडित कर दिया था, वह अब लंबी न्यायिक लड़ाई के बाद उसे फिर से पुराना वैभव 22जनवरी को मिलने जा रहा है जब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वैदिक मंत्रों के बीच प्राण-प्रनिष्ठा के उपरान्त रामजी का विग्रह स्थापित करेगें। महापंचायत के अंत में आयोजक सूर्यवंशक्षत्रिय द्वेय अतुल सिंह एवं अभिषेक सिंह ने 105 गाँव से आये सूर्यवंशियों के चरणों में शीष नवां कर आशिर्वाद प्राप्त किया।
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सूर्यवंश क्षत्रिय महा पंचायत को क्षत्रिय कल्याण परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश सिंह, योगेन्द्र सिंह, रामतीरथ सिंह, डॉ शिवबक्श सिंह, शिवअवधेश सिंह मुन्ना, राजेन्द्र सिंह, विश्वनाथ सिंह, अनिल सिंह रामप्रकट सिंह, सुनील सिंह, शीतला सिंह, प्रधानाचार्य अविचल सिंह, शिव सिंह एवं शिक्षक विजय सिंह, पत्रकार व समाजसेवी विपिन सिंह देवगढी आदि ने अपने अपने विचार रखे।
अन्त में साहित्यकार डॉ तेज बहादुर सिंह तेज ने महापंचायत में आए सभी क्षत्रियों को रामनाम ओढ़ा कर सम्मानित किया. बाद में सभी रामवंशजों ने विरादरी बात भोज में भाग लिया। उक्त आशय की जानकारी पत्रकार व समाजसेवी विपिन सिंह देवगढी ने दी है।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह