अयोध्या। मार्गशीर्ष (अगहन) शुक्ल पक्ष की पंचमी को विवाह पंचमी मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इसी दिन प्रभु राम व माता जानकी का विवाह हुआ था। राम नगरी में राम विवाह उत्सव शुरू हो गया है। अयोध्या की सड़कों पर राम बारात निकाली जाएगी। विवाह महोत्सव के लिए नगर के लगभग दो दर्जन से अधिक मंदिरों को रंग-बिरंगी लाइटों और फूल मालाओं से सजाया गया है।
इस महोत्सव में शामिल होने के लिए देश भर से बड़ी संख्या में श्रद्दालु अयोध्या पहुंचे हैं। भगवान श्रीराम का विवाह हिंदू परम्पराओं के अनुसार किया जाएगा।
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रीति-रिवाजों के अनुसार राम विवाह से मेंहदी की रस्म, हल्दी की रस्म व तेल पूजन का आयोजन किया गया। राम विवाह और कलेवा की रस्म अदा की जाएगी।
कनक भवन, दशरथ महल, रंग महल, जानकी महल, राम हर्षण कुंज, विभूति भवन, राम वल्लभ कुंज समेत दर्जनों मंदिरों से भव्य राम बारात निकाली जाएगी। बारात शहर के प्रमुख स्थानों से होते हुए वापस मंदिर आयएगी। हाथी-घोड़ा के साथ भगवान को पालकी और रथों में बिठाकर बारात धूमधाम से निकाली जाएगी और भगवान राम व माता सीता का प्रतीकात्मक विवाह सम्पन्न कराया जाएगा। राम बारात की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
राम बारात में शामिल होने के लिए राज्य के कोने-कोने से लोग अयोध्या पहुंचे रहे हैं। वैसे तो श्रीराम का विवाह जनकपुर में हुआ था। लेकिन उसके प्रतीक रूप में अयोध्या में भी राम विवाह का उत्सव मनाया जाता है। पुलिस प्रशासन ने राम विवाह उत्सव को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए जगह जगह पुलिस बल तैनात किया है।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह