उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन की बहन ने रूस को हथियार देने के अमेरिका के दावों को सिरे से खारिज कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया और रूस के बीच किसी भी तरह का सैन्य सहयोग नहीं है। किम की बहन ने कहा कि उनके देश के हथियार रूस या किसी अन्य देशों के लिए बिक्री के लिए नहीं हैं, बल्कि वे दक्षिण कोरिया से बचाव के लिए हैं। बता दें कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका लगातार उत्तर कोरिया पर रूस को सैन्य सहयोग के साथ ही हथियार देने के आरोप लगाते रहे हैं।
उनका यह बयान तब आया है जब गुरुवार को अमेरिका ने यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध के बीच प्योंगयांग और मॉस्को के बीच सैन्य उपकरणों के हस्तांतरण में शामिल होने के लिए तीन रूसी संस्थाओं और दो रूसी व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाया। इतना ही नहीं अमेरिका ने यह दावा भी किया था कि उत्तर कोरिया ने यूक्रेन में रूस के युद्ध का समर्थन करने के लिए उसे हथियारों की आपूर्ति की है।
किम यो जोंग ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने कहा कि ये आरोप बेबुनियाद हैं। योनहाप समाचार एजेंसी ने कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) का हवाला देते हुए बताया कि उन्होंने कहा कि हमारी सैन्य तकनीकी क्षमताओं को किसी भी देश में निर्यात करने या उन्हें जनता के लिए खोलने का कोई इरादा नहीं है। किम ने दक्षिण कोरिया-अमेरिका संयुक्त सैन्य अभ्यास के स्पष्ट संदर्भ में कहा कि कई रॉकेट लांचर और मिसाइलों सहित उत्तर कोरिया के सामरिक हथियारों का उद्देश्य दक्षिण कोरिया के खिलाफ अपना बचाव है।
अमेरिका ने लगाया था प्रतिबंध
गौरतलब है कि अमेरिका ने रूस और उत्तर कोरिया के कई सहयोगियों पर प्रतिबंध लगाया है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, रूस और यूक्रेन के बीच दो साल से अधिक समय से जारी युद्ध के दौरान उत्तर कोरिया और रूस के बीच सैन्य उपकरणों की सप्लाई करने के आरोपी पांच व्यक्तियों और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। गुरुवार को जारी बयान में अमेरिका ने यह भी दावा किया कि रूस ने यूक्रेन के साथ युद्ध छेड़ने के लिए उत्तर कोरिया पर भरोसा जताया। अमेरिका के मुताबिक रूस और कोरिया के संबंध वैश्विक सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय परमाणु अप्रसार व्यवस्था के लिए व्यापक खतरा पैदा करते हैं।