हैदराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने असम सरकार के उस कदम का घोर आलोचना की है, जिसके तहत बाल विवाह के आरोपियों की धर-पकड़ की जा रही है।
यूपी के इस शहर में कल आएंगे सीएम योगी, 900 जवान उनकी सुरक्षा में रहेगे तैनात
ओवैसी ने राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत विस्व सरमा पर हमला बोलते हुए पूछा है कि उन 8000 लड़कियों का क्या होगा, जिनकी शादी हो चुकी है और जिनके पतियों को गिरफ्तार किया जा रहा है?
उन्होंने पूछा कि असम सरकार स्कूल क्यों नहीं खोलती? ओवैसी ने यह भी पूछा कि सीएम ऊपरी असम में जब भूमिहीनों को जमीन दे सकते हैं तो निचले असम में भूमिहीनों को जमीन क्यों नहीं देते? उन्होंने यह भी पूछा कि जब ये कानून 2006 में बन गया था, तो कार्रवाई अब क्यों हो रही है।
ओवैसी ने पूछा कि उन लड़कियों की देखभाल अब कौन करेगा? उन्होंने कहा कि असर सरकार ने अब तक 8000 मामले चिन्हित किए हैं। इनमें से 4000 पर केस दर्ज हुए हैं और 2000 से ज्यादा मामलों में गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। AIMIM चीफ ने आरोप लगाया कि असम के मुख्यमंत्री मुस्लिमों के खिलाफ दुराग्रह से प्रेरित हैं, इसीलिए इस तरह की कार्रवाई को अंजाम दे रहे हैं।