अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर पाकिस्तान शर्मसार हुआ है। दरअसल, द न्यूज इंटरनेशनल ने गुरुवार को बताया कि पाकिस्तान ने रूस से कहा था कि उसे भी भारत की तरह कच्चे तेल पर 30 से 40 फीसदी छूट मिले, इसके बाद रूस ने किसी भी तरह का छूट देने से इनकार कर दिया।
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बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने मास्को में बातचीत के दौरान कच्चे तेल की कीमतों में कमी की मांग की थी। पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल में पेट्रोलियम राज्य मंत्री मुसादिक मलिक, संयुक्त सचिव और मास्को में पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी शामिल थे।
29 नवंबर को पहुंचा था पाक प्रतिनिधिमंडल
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, पाकिस्तान का आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल 29 नवंबर को तीन दिवसीय दौरे पर मास्को के लिए रवाना हुआ, ताकि रूसी अधिकारियों के साथ रियायती मूल्य पर कच्चे तेल के आयात की संभावना, भुगतान के तरीके और शिपमेंट लागत पर चर्चा की जा सके।
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पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, रूसी पक्ष ने पाकिस्तान से पहले कराची से लाहौर, पंजाब तक पाकिस्तान स्ट्रीम गैस पाइपलाइन की प्रमुख परियोजना के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करने के लिए कहा।
इससे पहले 13 नवंबर को पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा था कि अमेरिका पाकिस्तान को रूसी तेल खरीदने से नहीं रोक सकता है और जल्द ही ऐसा करना संभव होगा। डार ने पिछले महीने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी जिसमें रूस से तेल खरीद के मामले पर चर्चा हुई थी.
पाकिस्तानी मंत्री ने कहा कि मंत्रालय समान शर्तों पर रूस से तेल खरीदने की कोशिश करेगा। उन्होंने कहा, “अगले कुछ महीनों में आप देखेंगे कि सरकार इस संबंध में पाकिस्तान के पक्ष में महत्वपूर्ण कदम उठाएगी।”