Breaking News

भारी बारिश और बाढ़ के बाद मगरमच्छ के खतरे से जूझ रहे वडोदरा के लोग; नदी के उफान पर होने से बाहर आए

वडोदरा। गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ के कारण हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। भयंकर बारिश और बाढ़ के कारण तबाही मच गई। वडोदरा में बाढ़ के साथ साथ स्थानीय लोगों को मगरमच्छ से भी सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, भारी बारिश के कारण विश्वामित्री नदी अपने खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी, जिससे यहां के घरों में बाढ़ के पानी के साथ मगरमच्छ भी घुस गया।

कोलकाता में डॉक्टर के साथ दरिंदगी के मामले में न्याय के लिए सड़क पर ‘राजनीति’, सत्ता और विपक्ष सभी धरने पर

10 से 15 फीट लंबे कई मगरमच्छ को वडोदरा की सड़कों, पार्क और घरों के पास देखा गया। यहां तक की घरों के छतों पर भी मगरमच्छ देखे गए। बता दें कि विश्वमित्री नदी 300 मगरमच्छों का स्थानीय निवास है।

भारी बारिश और बाढ़ के बाद मगरमच्छ के खतरे से जूझ रहे वडोदरा के लोग; नदी के उफान पर होने से बाहर आए

एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि पिछले पांच दिनों में 10 मगरमच्छों को बचाया गया है। उन्होंने आगे कहा, “दो मगरमच्छ को छोड़ दिया गया है और बाकी के आठ अभी भी हमारे साथ हैं। जब नदी का जलस्तर नीचे चला जाएगा तब हम उन्हें भी छोड़ देंगे।” विश्वामित्री नदी अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

पीएम मोदी ने वाढवण बंदरगाह की आधारशिला रखी; 1560 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात भी दी

हालांकि, नदी का जलस्तर आज सुबह चरम स्तर 37 फीट से 12 फीट घटकर 24 फीट हो गया। इस नदी के किनारे के रिहायशी इलाकों से मगरमच्छों को बचाने का काम वर्षों से चल रहा है। बारिश के कारण मानसून के दिनों में संख्या बढ़ जाती है। जून में चार मगरमच्छों के बचाया गया था। वहीं जुलाई में इसकी संख्या 21 हो गई थी।

About News Desk (P)

Check Also

हॉस्टल इंचार्ज की गुंडई, कमरे में बंद करके छात्रा को पीटा; मुकदमा दर्ज

मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा में हॉस्टल इंचार्ज ने छात्रा को कमरे में बंद करके ...