आर्थिक तंगी और महंगाई से जूझ रहे पाकिस्तान में ईंधन का संकट गहराने लगा है। पाकिस्तान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (पीपीडीए) के अनुसार पाकिस्तान के कई शहरों में पेट्रोल पंप ठप हैं।
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लाहौर, फैसलाबाद, पंजाब प्रांत समेत कई राज्यों और शहरों में ईंधन का संकट है। लाहौर के 450 पेट्रोल पंपों में से 70 ईंधन के अभाव में बंद पड़े हैं। यही हाल देश के दूसरे हिस्सों का हैं जहां पेट्रोल के लिए लोग भटक रहे हैं।
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पीपीडीए का कहना है कि तेल कंपनियों द्वारा पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल की आपूर्ति न होने से संकट गहराया है। पाकिस्तान के गुजरांवाला में संचालित 70 फीसदी पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल नहीं है।
इसी तरह फैसलाबाद, ओकारा, शाहीवाल समेत अन्य जिलों के दर्जनों पंपों पर पेट्रोल नहीं मिल रहा है। कुछ जिले ऐसे भी हैं जहां पेट्रोल बिक्री के लिए मानक तय कर दिए गए हैं।
पाकिस्तान सरकार के पेट्रोलियम राज्यमंत्री मुसादिक मलिक ने दावा किया है कि देश में ईंधन का कोई भी संकट नहीं है। अगले बीस दिन के लिए पेट्रोल और 25 दिन के लिए डीजल का पर्याप्त भंडार है।
मलिक ने चेतावनी दी है कि जो पेट्रोल पंप मनमाने ढंग से पेट्रोल बेचने पर प्रतिबंध लगा रहे हैं या मनमानी वसूली कर रहे हैं उनके लाइसेंस रद्द किए जाएंगे।
पेट्रोलियम मंत्रालय के अनुसार पाकिस्तान में कुल 9800 पेट्रोल पंप हैं। इसमें से छह कंपनियों का छह हजार से अधिक पेट्रोल पंपों पर कब्जा है। बड़ी कंपनियों का बाजार में दखल होने के कारण छोटी ईंधन कंपनियां ईंधन की खरीदारी नहीं कर पा रही है। इसका असर करीब 3800 पेट्रोल पंपों पर पड़ रहा है जो ईंधन की आपूर्ति के अभाव में बंद पड़े हुए हैं।