अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को आयोजित राम मंदिर उद्घाटन समारोह से पहले केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सरकार के मंत्रियों को सख्त निर्देश दिए हैं। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा है कि ‘सभी मंत्री राम मंदिर को लेकर किसी भी तरह की बयानबाजी से बचें और मर्यादा में रहें।’
पीएम मोदी ने मंत्रियों को दिए सख्त निर्देश
कैबिनेट बैठक में पीएम मोदी ने मंत्रियों को सख्त निर्देश दिए हैं। सूत्रों ने बताया है कि बैठक में पीएम ने साफ शब्दों में मंत्रियों से कहा कि आस्था दिखाएं, एग्रेशन नहीं। प्रधानमंत्री ने साफ शब्दों में कहबा कि बयानबाजी से सभी बचें और मर्यादा का ख्याल रखें। प्रभु श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर सचेत रहें।
प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर क्या बोले पीएम मोदी?
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री ने बैठक में मंत्रियों से ये भी बोला कि अपने-अपने क्षेत्र में प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी ना हो इसका ख्याल रखें। अपने-अपने इलाके के लोगों को 22 जनवरी के बाद रामलला के दर्शन करवाने लाएं। ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद दिलाएं।
अतिथियों को हाथों में सौंपे जा रहे हैं निमंत्रण पत्र
प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण पत्र सभी मेहमानों को उनके हाथों में दिए जा रहे हैं। इसके लिए मंदिर ट्रस्ट के प्रतिनिधियों और बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों को जिम्मेदारी दी गई है। मंदिर ट्रस्ट के एक सदस्य ने को बताया था, ‘हमारे पास लोगों और स्वयंसेवकों का एक बड़ा नेटवर्क है और प्रत्येक अतिथि को निमंत्रण कार्ड हाथ से दिए जाएंगे, न कि डाक या कूरियर डिलीवरी सेवा के माध्यम से।’
कुछ मेहमानों को मिल चुके हैं निमंत्रण पत्र
इसके अलावा, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रतिनिधि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के सदस्य और उनके सहयोगी भी निमंत्रण देने में मदद कर रहे हैं। कुछ मेहमानों को निमंत्रण पत्र पहले ही मिल चुके हैं। निमंत्रण कार्ड में मंदिर और भगवान राम की एक भव्य छवि है। सौंदर्यपूर्ण तरीके से डिज़ाइन किए गए कार्ड के अलावा निमंत्रण में एक पुस्तिका भी शामिल है जिसमें राम जन्मभूमि आंदोलन में शामिल कुछ प्रमुख लोगों का संक्षिप्त परिचय है।
क्रिकेटर, अभिनेता और उद्योगपतियों को निमंत्रण
मंदिर ट्रस्ट द्वारा आमंत्रित किए जाने वाले लोगों की सूची में 7,000 से अधिक लोग हैं जिनमें क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली, अभिनेता अमिताभ बच्चन और उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी भी शामिल हैं। मंदिर ट्रस्ट के सदस्य ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘हमने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से लोगों को आमंत्रित किया है। अंतरिक्ष अन्वेषण से लेकर कला तक और कुछ भूले-बिसरे आदिवासियों से लेकर वास्तुकारों तक। इसके अलावा, आमंत्रित लोगों में से कुछ प्रमुख नाम हैं। कई अन्य लोग भी हैं जिन्होंने अपने जीवन में छाप छोड़ी है।’
मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी को मिला निमंत्रण
सूत्रों के अनुसार 22 जनवरी को राम मंदिर में भव्य ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए विभिन्न संप्रदायों और समुदायों को निमंत्रण भेजा गया है। इस कार्यक्रम के लिए अयोध्या को सजाया जा रहा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समारोह में शामिल होंगे। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी को भी निमंत्रण भेजा गया था। पार्टी सूत्रों ने कहा कि निमंत्रण कार्ड मंदिर ट्रस्ट के एक वरिष्ठ प्रतिनिधि द्वारा दोनों नेताओं को दिए गए थे। ट्रस्ट ने देश भर से 4,000 संतों और विदेश से 50 मेहमानों को भी आमंत्रित किया है।
विदेश से आमंत्रित लोगों को भी ऐसे मिलेगा निमंत्रण
ट्रस्ट के एक उच्च पदस्थ सूत्र ने बताया कि विदेश से आमंत्रित लोगों को भी हाथों में ही निमंत्रण कार्ड दिये जाएंगे। सूत्र ने कहा, ‘भारत में लोगों के हमारे नेटवर्क के समान ही विदेशों में भी हमारे स्वयंसेवक हैं। हम उन्हें भारत से कार्ड भेजेंगे और फिर प्रतिनिधि इसे मेहमानों तक पहुंचाएंगे।’ राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले के प्रमुख मुद्दई रहे इकबाल अंसारी को भी समारोह के लिए निमंत्रण मिला। ट्रस्ट के एक प्रतिनिधि ने पांच जनवरी को अयोध्या में राम पथ के पास कोटिया पंजीटोला में उनके घर पर निमंत्रण पत्र पहुंचाया।
9 नवंबर 2019 को अदालत ने सुनाया था ऐतिहासिक फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने नौ नवंबर 2019 को राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण करने और मुसलमानों को मस्जिद बनाने के लिए अयोध्या में किसी प्रमुख स्थान पर पांच एकड़ जमीन उपलब्ध कराने का आदेश दिया था। प्रसिद्ध टीवी धारावाहिक “रामायण” में भगवान राम और देवी सीता की भूमिका निभाने वाले कलाकारों अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया को भी समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है।